
Mumbai News. मुंबई और आसपास के समुद्री तटों (बीच) से अवैध रूप से बालू (रेत) का खनन करने वाले रेती माफिया सावधान हो जाएं। महाराष्ट्र विधानसभा में गुरुवार को बालू खनन के मामलों पर आदेश देते हुए राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मुंबई समेत महाराष्ट्र में किसी भी समुद्री किनारे से बालू का खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही बावनकुले ने कोकण के विभागीय आयुक्त को अगले 15 दिनों में सभी समुद्री किनारों से बालू निकालने के लिए इस्तेमाल पंपों को जब्त करने का आदेश दिया है। कांग्रेस सदस्य असलम शेख ने प्रश्नकाल के दौरान मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोलाबा से लेकर मालाड और मार्वे तक मुंबई के सभी समुद्र के किनारे इतने खराब हो गए हैं कि लोगों एवं पर्यटकों को घूमने फिरने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। असलम ने कहा कि हर रोज रात के अंधेरे में इन समुद्री किनारों से बालू निकालने का काम शुरू होता है। जिसे प्रशासन रोकने में नाकाम है। बावनकुले ने कहा कि यह सच है कि कई समुद्री किनारो से अवैध रूप से रेती माफिया पंपों के जरिए रेत निकालने का काम कर रहे हैं। जिसकी वजह से इन समुद्री तटों पर लोगों को चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस संबंध में कोकण के विभागीय आयुक्त को आदेश दिया है कि जिन-जिन जगहों पर अवैध रूप से रेत का खनन हो रहा है, वहां पर माफिया पर कार्रवाई की जाए एवं खनन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे पंपों को जब्त किया जाए। इसके साथ ही बावनकुले ने यह भी आदेश दिया कि अगर इस आदेश का पालन इलाके के तहसीलदार नहीं करते हैं, तो फिर उन पर भी कार्रवाई होगी। असलम ने मांग की कि जिन समुद्री तटों पर बालू निकाली जा चुकी है, उसे रिफिल करने के लिए सरकार को निविदा निकालने की जरूरत है, ताकि इन समुद्री किनारों को पहले की तरह स्वच्छ और गड्ढा मुक्त बनाया जा सके। बावनकुले ने भरोसा देते हुए कहा कि सरकार को अगर बालू माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए नियमों में बदलाव करने की जरूरत पड़ेगी तो ऐसा भी किया जाएगा।
गौहत्या के मामलों में बार बार पकड़े जाने वाले आरोपियों पर मकोका के तहत होगी कार्रवाई- फडणवीस
वहीं महाराष्ट्र में गौ-तस्करी के बढ़ते मामलों पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गौ तस्करी में शामिल पाए जान जाने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि यदि कोई आरोपी गौ-तस्करी के मामलों में बार-बार पकड़ा जाता है तो फिर उसके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गौ-तस्करी के मामलों पर कड़ी नजर रखे हुए है। यह सवाल सदस्य संग्राम जगताप ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान उठाया। जगताप ने अपने सवाल में कहा कि अहिल्या नगर के श्रीगोंदा क्षेत्र में बदमाशों का एक ऐसा गैंग गौ-तस्करी में संलिप्त है, जिसका मास्टरमाइंड अतीक कुरैशी है। जगताप ने कहा कि कुरैशी पर कई मामले दर्ज हैं। वह इसी साल जनवरी में गिरफ्तार भी हो चुका है, लेकिन बार-बार वह गौ-तस्करी के मामलों में शामिल पाया जाता है। इसलिए सरकार को इस संबंध में बार-बार गौ-तस्करी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ा कानून बनाने की जरूरत है। जिस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में गौ-हत्या पर पहले से ही पाबंदी है। लेकिन अगर इसके बाद भी गौ-तस्कर इस तरह की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं और इस तरह के आरोपी बार-बार पकड़े जाते हैं, तो फिर सरकार ऐसे आरोपियों के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह का कड़ा कानून बनाने के पीछे सरकार की मंशा है कि गौ-तस्करी की घटनाओं को अंजाम न दिया जा सके।