
Beed News. मस्साजोग सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड मामला अभी शांत नहीं हुआ कि एक और सरपंच का अपहरण कर हाथ-पैर बांधने की वारदात से हड़कंप मच गया है। चौंकाने वाले मामले में पूर्व सरपंच का अपहरण कर लिया गया। जैसे तैसे वो जान बचाकर भागा और सीधे थाने पहुंचा। जहां उसके पैर में ताला लगा था। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जाने वाले पूर्व सरपंच का नाम ज्ञानेश्वर इंगले है। जो केज तहसील के कलांबा अंबा का रहने वाला है। पंकजा मुंडे से 20 लाख रुपए का फंड दिलाने जा झांसा देकर उन्हें केज से मुंबई जाने के लिए कार में बिठाया गया था। पाटोदा जाकर ढाई लाख रुपए ले लिए गए और हाथ-पैर बांधकर कमरे में बंद कर दिया गया था। इसके बाद जब वो किसी तरह छूटकर भागा, तो सीधा पुलिस की शरण में आ गया।
पूर्व सरपंच के पैरों में ताला
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी गयी है और मुकदमा दर्ज कर लिया गया। दिलचस्प बात यह है कि इस पूर्व सरपंच के पैर में ताला लगा हुआ नजर आ रहा है। फिर हाथ बंधे नजर आ रहे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सरपंचों की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है
संतोष देशमुख की हत्या के बाद कथित तौर पर राज्य में दो सरपंचों पर हमला किया गया था। ऐसा ही एक मामला सामने आने के बाद सुरक्षा का मुद्दा उठ रहा है। एक बार फिर से सरपंच पद पर कार्यरत लोगों की सुरक्षा को खतरा बनता दिख रहा है। पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।