संघर्ष, सफलता और प्रेरणा की दमदार कहानी है ‘तुमको मेरी कसम’, अनुपम खेर-ईशा देओल और विक्रम भट्ट ने किया कमाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। “तुमको मेरी कसम” सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि सपनों को सच करने की जिद की दास्तान है। यह कहानी है डॉ. अजय मुर्डिया की, जिन्होंने इंदिरा IVF के जरिये हजारों निःसंतान दंपतियों को माता-पिता बनने का अवसर दिया। फिल्म उनकी संघर्ष यात्रा और जुनून को दिखाती है-कैसे उन्होंने एक छोटे से क्लिनिक से शुरुआत कर भारत की सबसे बड़ी IVF चेन बनाई। यह कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो असफलताओं से हार मानने के बजाय उन्हें अपनी ताकत बना लेते हैं।

फिल्म की स्टोरी

फिल्म का सबसे मजबूत पक्ष इसका कोर्टरूम ड्रामा है, जहां 62 वर्षीय डॉ. अजय मुर्डिया को अपने ही बनाए इंदिरा IVF को बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। उनके पुराने दोस्त राजीव खोसला, जो अब लालच और महत्वाकांक्षा में अंधे हो चुके हैं, उनके खिलाफ खड़े हो जाते हैं। यह कहानी धोखा, नैतिकता और सच्चाई की लड़ाई को बेहद रोमांचक ढंग से प्रस्तुत करती है, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है।

इंस्पिरेशनल स्टोरी पर किया काम

विक्रम भट्ट ने इस बार हॉरर से हटकर एक भावनात्मक और प्रेरणादायक कहानी को पर्दे पर उतारा है। “गुलाम”, “राज़”, “कसूर”, “1920” जैसी फिल्मों से अपनी अलग पहचान बनाने वाले विक्रम भट्ट ने बायोपिक और ड्रामा शैली में भी शानदार निर्देशन किया है। फिल्म में संघर्ष, पारिवारिक मूल्यों और न्याय की लड़ाई को बेहतरीन ढंग से पेश किया गया है। फिल्म वैसे तो हर मामले में खरी उतरती है लेकिन इसे 15 मिनट छोटा किया जाता, तो इसकी पकड़ और भी मजबूत हो सकती थी।

अनुपम खेर की शानदार एक्टिंग 

बात अगर एक्टिंग की करें तो डॉ. अजय मुर्डिया के रूप में अनुपम खेर का अभिनय प्रेरणादायक और दमदार है। उनकी संघर्ष यात्रा और भावनात्मक दृश्यों में उनकी अदाकारी झलकती है। वहीं ईश्वक सिंह की सादगी और अदा शर्मा के साथ केमिस्ट्री दर्शकों को पसंद आएगी। इसके साथ ही 14 साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रहीं ईशा देओल एक सशक्त वकील की भूमिका में नजर आती हैं। उनकी अनुपम खेर के साथ टकराव भरी जुगलबंदी देखने लायक है।

फिल्म का संगीत इसकी आत्मा को गहराई देता है। प्रतीक वालिया के संगीत में इमोशंस और मेलोडी का सही संतुलन है, जो कहानी को और प्रभावशाली बनाता है। विक्रम भट्ट की फिल्मों में संगीत हमेशा अहम भूमिका निभाता है, और इस बार भी यह परंपरा कायम है।

फिल्म की खास बातें

प्रेरणादायक कहानी- असली जिंदगी से प्रेरित संघर्ष और सफलता की दास्तान।

पारिवारिक फिल्म- कोई अश्लीलता या अनावश्यक हिंसा नहीं, जिसे परिवार के साथ देखा जा सकता है।

शानदार कोर्टरूम ड्रामा- न्याय, नैतिकता और धोखे के बीच जबरदस्त संघर्ष।

शानदार अभिनय-  अनुपम खेर, ईशा देओल और ईश्वक सिंह का दमदार परफॉर्मेंस।

संगीत और संवाद- यादगार डायलॉग्स और मधुर संगीत।

“तुमको मेरी कसम” सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि जुनून, संघर्ष और विश्वास की प्रेरणादायक गाथा है। अनुपम खेर का दमदार अभिनय, विक्रम भट्ट का शानदार निर्देशन और रोमांचक कोर्टरूम ड्रामा इसे एक मस्ट-वॉच फिल्म बनाते हैं। अगर आप प्रेरणादायक और पारिवारिक सिनेमा पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक बेहतरीन चॉइस होगी!