
Nagpur News नागपुर जिले की 12 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को होने जा रहे चुनाव में 8483 बीयू (ईवीएम) आैर 4631 कंट्रोल यूनिट (सीयू) व इतने ही वीवीपैट की जरूरत पड़ेगी। मशीन में तकनीकी खराबी आने पर वोटिंग में रुकावट न आए, इसलिए 20 फीसदी बीयू, सीयू आैर 30 फीसदी वीवीपैट आरक्षित रखे जाएंगे। तकनीकी खराबी आने पर दस मिनट में बीयू, सीयू या वीवीपैट बदले जा सकेंगे।
ऐसी है व्यवस्था
नागपुर जिले में काटोल, सावनेर, हिंगणा, उमरेड (एससी) कामठी, रामटेक, दक्षिण-पश्चिम नागपुर, दक्षिण नागपुर, पूर्व नागपुर, मध्य नागपुर, पश्चिम नागपुर व उत्तर नागपुर (एससी) ऐसे 12 विधानसभा क्षेत्र हैं। उमरेड व दक्षिण-पश्चिम में क्रमश: 11 व 12 उम्मीदवार होने से यहां प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर एक-एक ही बीयू लगेगा। 12 विधान सभा पर कुल 217 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
एक जोनल आफिसर पर 10 पोलिंग स्टेशन की जिम्मेदारी
जिला निर्वाचन निर्णय अधिकारी की अगुवाई में उपजिलाधीश स्तर के अधिकारी विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। एक जोनल ऑफिसर पर 8-10 पोलिंग स्टेशन की जिम्मेदारी रहेगी। यहां बीयू, सीयू या वीवीपैट खराब होने या तकनीकी समस्या होने पर जोनल ऑफिसर तुरंत यहां नई मशीन की व्यवस्था करेंगे। सुबह ट्रायल के दौरान मशीन खराब होने पर नई मशीन लाई जाएगी। पुरानी मशीन वहां से हटा दी जाएगी। वोटिंग के दौरान मशीन खराब होने पर नई मशीन लाई जाएगी, लेकिन स्ट्रांग रूम में पुरानी (खराब) व नई दोनों मशीनें भेजी जाएंगी।
सबसे ज्यादा मशीनें कामठी में लगेंगी
जिले की 12 विधानसभा में सबसे ज्यादा मतदाता कामठी विधान सभा में हैं। इसी तरह सबसे ज्यादा 530 पोलिंग स्टेशन भी इसी क्षेत्र में है। यहां 1060 बीयू व 530-530 सीयू व वीवीपैट की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा 20 फीसदी बीयू, सीयू आैर 30 फीसदी वीवीपैट आरक्षित रखे जाएंगे। यहां काउंटिंग के सबसे ज्यादा राउंड होने से नतीजा आने में शाम हो सकती है।
ऐसी है स्थिति :
विधान सभा पोलिंग स्टेशन
काटोल 332
सावनेर 370
हिंगना 476
उमरेड 395
कामठी 530
रामटेक 359
दक्षिण-पश्चिम नागपुर-384
दक्षिण नागपुर 350
पूर्व नागपुर 368
मध्य नागपुर 308
पश्चिम नागपुर 351
उत्तर नागपुर 408
कुल 4631