विकट संकष्टी चतुर्थी पर करें ये आसान उपाय, सुख-समृद्धि के साथ होगी यश-कीर्ति की प्राप्ति

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू पंचांग के अनुसार, वैशाख महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी (Vikat Sankashti Chaturthi) का व्रत रखा जाता है। यह दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित है और भक्त व्रत रखने के साथ ही पूरी विधि विधान से उनकी पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि, ऐसा करने से व्यक्ति को सभी प्रकार की कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दिन कुछ खास उपाय करने से व्यक्ति सुख-समृद्धि, धन-संपदा, यश-कीर्ति प्राप्त कर सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…

सुख-समृद्धि के लिए उपाय

विकट संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश को उनका प्रिय भोग लड्डू और मोदक जरुर अर्पित करें। श्री गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं। सिंदूर चढ़ाते समय “सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥ ओम गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

दुखों को दूर करने का उपाय

संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन गणेश स्तोत्र का पाठ करें। इसके अलावा पूजा के समय कम से कम 11 माला ‘ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से सभी प्रकार की दुखों से मुक्ति मिलती है।

​शिक्षा और करियर में लाभ का उपाय

विद्यार्थियों में कई बार कमजोर बुद्धि की समस्या के चलते शिक्षा में बाधा आती है। इससे वे करियर में कई प्रकार की परेशानियों से भी जूझते हैं। ऐसे में आप संकष्टी चतुर्थी के दिन पांच दूर्वा में 11 गांठे लगाकर गणपति जी को चढ़ाएं। ऐसा करने से बच्चे की बुद्धि तीव्र होती है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।