
Jabalpur News: एक दशक पहले लाखों रुपए खर्च करके छोटा फुहारा से दमोह नाका की ओर जाने वाली मुख्य सड़क बनाई गई। उस वक्त दावा भी किया गया कि सड़क अब दशकों तक साथ निभाएगी, लेकिन वास्तविकता कुछ है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि बनने के कुछ साल बाद ही इस सड़क की ऊपरी लेयर पानी में बह गई। इसके बाद रही-सही कसर सीवर लाइन डालने वालों ने पूरी कर दी।
अब यह पूरी सड़क की खस्ताहाल हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। सड़क की गिट्टियाँ उखड़ रही हैं। जिससे चलने में वाहन उछल रहे हैं। वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर निगम से कई बार सड़क की मरम्मत की माँग की गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि सड़क के सुधार की ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इस सड़क पर अब डामर की लेयर चढ़ाया जाना बेहद जरूरी है, तभी राहत मिल सकेगी।
सीवर के चैंबर वाहन चालकों की बढ़ा रहे मुसीबत
छोटा फुहारा से दमोह नाका के बीच इस सड़क पर कई जगह सीवर के चैंबर भी ऊपर की ओर उभर आए हैं। जिसकी वजह से सड़क ऊँची-नीची हो गई है। सीवर के ढक्कन ऊपर की ओर उठ गए हैं जिससे लोगों को सड़क से वाहन निकालने में भी परेशानी होती है।
नागरिकों का कहना है कि ऐसे हालातों में कई बार लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। समस्या को देखते हुए छोटा फुहारा से दमोह नाका तक की सड़क का नए सिरे से डामरीकरण किया जाना चाहिए।
दिन भर रहता है हैवी ट्रैफिक
क्षेत्रीय नागरिक अखिलेश त्रिपाठी, विकास सोनी, राजेंद्र ताम्रकार ने बताया कि यह सड़क शहर को दमोह नाका से जोड़ती है। इस सड़क पर दिन भर हैवी ट्रैफिक रहता है। महापौर सुशीला सिंह के कार्यकाल में इस सीसी सड़क का निर्माण किया गया था। सड़क निर्माण को एक दशक से भी ज्यादा समय बीत गया है, अब यह सड़क उखड़ रही है, सड़क की गिट्टियाँ नजर आने लगी हैं जिससे यह मार्ग अब लोगों के चलने लायक भी नहीं बचा है।