
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी सेना ने यमन में 13 हवाई हमले किए हैं। यूएस की सेना ने ये हमले यमन की राजधानी सना और हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले तटीय शहर होदेदा पर किए।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि ये हमले हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर किए गए हमलों के चलते किए गए। जो एक महत्वपूर्ण वैश्विक व्यापार मार्ग है। इसके अलावा, ये हमले अमेरिका के करीबी सहयोगी इजराइल पर हुए हमलों का जवाब भी।
हूती विद्रोहियों ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिकी सेना ने लाल सागर पर होदेदा में एक एयरपोर्ट और एक बंदरगाह को निशाना बनाया है। इससे पहले, अमेरिकी हमले में लाल सागर के बंदरगाह को नुकसान पहुंचा था और 70 से अधिक लोग मारे गए थे। ये हमले कुछ समय पहले ही किए थे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रास ईसा बंदरगाह पर किए गए हमले पर चिंता व्यक्त की। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि इस हमले का उद्देश्य यमन के लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं था। होदेदा पर हमले अमेरिका के एक महीने तक चले बमबारी अभियान का हिस्सा हैं।
मध्य पूर्व में अमेरिकी सैन्य अभियानों की देखरेख करने वाली अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने कहा कि वह यमन में हूतियों के खिलाफ हमले जारी है। हूतियों ने जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिकी सेना ने बृहस्पतिवार को होदेदा प्रांत के रास ईसा बंदरगाह पर हमला किया। इस हमले में 74 लोग मारे गए और 171 अन्य घायल हो गए। अमेरिका द्वारा जारी बमबारी अभियान में यह हमला ईरान समर्थित विद्रोहियों पर सबसे घातक था।