
Nagpur News. पुलिस न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रही है, बल्कि अब मानवता की सेवा में भी मिसाल पेश कर रही है। नागपुर पुलिस का ‘मिशन मुक्ति’ इसकी बानगी भर रहा है, जो इन दिनों खूब चर्चा में है। पुलिस विभाग ने दो बुजुर्गों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का उदाहरण सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है। इस पोस्ट ने संवेदनशीलता की मिसाल के साथ ही सामाजिक दायित्व के प्रति एक नई सोच का संकेत दिया है।
— Nagpur City Police (@NagpurPolice) April 9, 2025

घटना – 1
5 अप्रैल की शाम 7:30 बजे, निर्मल नगरी गेट नंबर 3 और शीतला माता चौक के बीच फुटपाथ पर एक वृद्धा बेसुध अवस्था में पड़ी थी। वह लगभग 65 वर्ष की थी। न बोल पा रही थी, न ही कोई प्रतिक्रिया दे रही थी। कई बार एम्बुलेंस कॉल करने पर भी कोई मदद नहीं पहुंची। मौके पर पहुंचे पीसी मनोज और होमगार्ड कृष्णा ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। डब्ल्यूपीसी विनीता और पीसी राजेश की मदद से महिला को पुलिस वाहन से मेडिकल अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल उपचार हेतु भर्ती कर लिया। अगले दिन विनीता ने अस्पताल जाकर उनकी सुध ली। वह अब भी निःशब्द थीं क्योंकि उन्हें देखने कोई परिजन नहीं आया था। 7 अप्रैल को होमगार्ड कृष्णा ने पुनः अस्पताल जाकर महिला के इलाज की जानकारी ली।

घटना – 2
10 अप्रैल को एक दुकानदार ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को कई घंटों तक पेड़ के नीचे शांत बैठे देखा। बुजुर्ग केवल पानी पी रहे थे। स्थानीय भाषा भी नहीं बोल पा रहे थे। उनकी हालत बिगड़ती देख दुकानदार नेविल कसाड ने 100 नंबर पर कॉल किया। तहसील थाना पुलिस के दो अधिकारी मौके पर पहुंचे। बुजुर्ग को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिसकर्मियों ने दुकानदार नेविल कैसाड को इंसानियत का फर्ज निभाने के लिए धन्यवाद दिया।
मदद के लिए समर्पित
ऐसी घटनाएं ‘मिशन मुक्ति’ के अंतर्गत नागपुर पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता का उदाहरण हैं। पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल के नेतृत्व में यह अभियान शहर में बेघर, मानसिक रूप से अस्वस्थ और जरूरतमंद नागरिकों की मदद के लिए समर्पित है। इन दोनों घटनाओं की जानकारी नागपुर सिटी पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर साझा की है।