
Amravati News बेलोरा एयर पोर्ट के लिए रनवे के दोनों अंतिम छोर पर नियमानुसार क्रैश गेट बनाना अनिवार्य होता है। एमएडीसी ने मौजा जलु में रोहिणी वीरेंद्र वसु के खेत की दिशा में यह क्रेश गेट बनाया। जिससे इस महिला किसान ने जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए सुरक्षा दीवार खड़ी कर दी। ग्राम पंचायत की अनुमति के बिना यह दीवार बनाए जाने का कारण बताकर नांदगांव खंडेश्वर तहसीलदार ने महिला किसान को चौबीस घंटे के भीतर दीवार हटाने का नोटिस दिया। जिसके तुरंत बाद सोमवार को तड़के 3.30 से 5 बजे के दौरान जेसीबी से दीवार तोड़ दी। साथ ही महिला किसान के खेत में क्रैश गेट के लिए मिट्टी का रैम्प तैयार किया। जिसको लेकर महिला किसान ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए इसकी शिकायत संभागीय राजस्व आयुक्त समेत मुख्यमंत्री सचिवालय से करने की जानकारी दैनिक भास्कर को दी।
क्रैश गेट का उपयोग नहीं होता : नियमानुसार रनवे के दोनों साइड में क्रैश गेट बनाया जाता है। जो सिर्फ इमरजेंसी में ही खोला जाता है। जैसा कि विमान क्रैश होता है । दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में ही यह क्रैश गेट उपयोगी होता है। अन्यथा इसका कोई इस्तेमाल नहीं किया जाता। संबंधित किसान से अनेक बार विनती की गई। लेकिन क्रैश गेट के सामने दीवार खड़ी कर दी। जो अनधिकृत रहने से जिला प्रशासन के आदेश पर हटा दी गई। इस कार्रवाई के समय तहसीलदार अश्विनी जाधव, एयर पोर्ट अथॉरिटी की ओर से जिरापुरे, मंडल अधिकारी प्रदीप पिंजरकर, पटवारी वाघमारे और पुलिस बल मौजूद था। -एयर पोर्ट अथॉरिटी
हमारे खेत को अधिग्रहित करें : विकास परियोजना के लिए हमारा पूरा साढ़े दस एकड़ खेत अधिग्रहित करें। इसके लिए हम बिलकुल तैयार हैं, लेकिन हमारे खेत में से कैश गेट के लिए जबरन रास्ता बनाना कहां तक उचित है। खेत में हमारा चौकीदार परमजीत रहता है। फसल और चौकीदार की सुरक्षा की खातिर ही हमने क्रैश गेट के सामने सुरक्षा दीवार खड़ी की थी। अब यदि कोई जंगली जानवर खेत में घुस आता है तो अनहोनी होने पर कौन जिम्मेदार होगा? एक तरफा कार्रवाई से हमारा नुकसान हुआ है। इसके पहले भी हमने अपना 9 एकड़ खेत एयर पोर्ट को दिया है। -रोहिनी वसु, महिला किसान, बडनेरा