ममता बनर्जी के महाकुंभ पर दिए बयान पर मचा सियासी घमासान, भाजपा नेता अपर्णा यादव बोलीं – ‘उनके मुंह से ये बात शोभा नहीं देती’

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पर मंगलवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ मृत्युकुंभ’ में बदल गया है। उनके इस बयान सियासत गरमा गई है। बीजेपी समेत एनडीए में शामिल अन्य दलों के नेता उन पर हमलावर हैं। भाजपा नेता अपर्णा यादव ने उन्हें ऐसी टिप्पणी न करने की सलाह दी।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अपर्णा यादव ने कहा, “मुझे बहुत दुख होता है ऐसी बातें सुनकर वो भी तब जब बड़े राजनैतिक पार्टी से जो संबंध रखते हैं। आप राजनीति करिए लेकिन धर्म विरोधी राजनीति करने से किसी का भला नहीं होने वाला। ममता जी हो, चाहे जितने भी विपक्षी हों ये कब तक हमारे सनातन धर्म और परंपरा का मजाक उड़ाते रहेंगे। मैं एक और बात कहना चाहती हूं कि महाकुंभ में पश्चिम बंगाल से इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं, जिसका कोई हिसाब नहीं है। दूसरी बात उनके मुंह से ये बात शोभा नहीं देती है। मैं समझती हूं कि ममता जी को इस तरीके की धर्म विरोधी बातों से बचना चाहिए। इतनी बड़ी राजनेता होने के बावजूद अगर वो धर्म, सनातन और संस्कृति का मजाक उड़ाती हैं, तो मुझे लगता है कि उन्होंने इतने लाखों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है, उनसे इस तरह की बात की उम्मीद नहीं थी।”

क्या था ममता बनर्जी का पूरा बयान?

बंगाल विधानसभा में बजट सत्र के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि यह महाकुंभ ‘मृत्युकुंभ’ में बदल गया है। मैं महाकुंभ का और पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ के लिए यूपी सरकार द्वारा कोई प्लानिंग नहीं की गई है। भगदड़ में कई लोग मारे गए, लेकिन उनके बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है। भगदड़ में लापता हुए कई लोग तो मिले ही नहीं हैं अब तक।

‘गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं’

महाकुंभ में अमीरों और वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपए तक के टेंट मौजूद हैं। गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मेले में भगदड़ की स्थिति आम है, लेकिन व्यवस्था करना जरूरी है। आपने (यूपी सरकार) क्या योजना बनाई है?