ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर पद से दिया इस्तीफा, कहा- ‘मैं बचपन से ही साध्वी रही हूं और आगे भी रहूंगी…’

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही में उन्होंने अपना पिंड दान किया था। जिसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था। जिस पर खूब विवाद हुआ। ऐसे में सोमवार को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

जानिए इस्तीफा देते हुए ममता ने क्या कहा?

किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के पद को त्याग कर ममता कुलकर्णी ने कहा- मैं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं बचपन से ही साध्वी रही हूं और आगे भी रहूंगी। 

महामंडलेश्वर बनने पर मचा था बवाल

ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद मिलने के बाद योग गुरु बाबा रामदेव के अलावा कई संतों ने आपत्ति जताई थी। संत ने कहा था कि कल तक जो सांसारिक सुखों मे लिप्त थे, अचानक एक ही दिन में संत बन गए हैं और महामंडलेश्वर जैसी उपाधि ले रहे हैं। 

ममता ने भी किया था पलटवार 

इधर ममता कुलकर्णी ने कहा था कि महामंडलेश्वर पद सौंपने से पहले उनकी कड़ी परीक्षा ली गई थी। ममता ने कहा था कि महामंडलेश्वर बनाए जाने से पहले 4 जगतगुरु ने मेरी परीक्षा ली। मुझसे कठिन सवाल किए गए। 

ममता ने आगे कहा था कि मेरे उत्तरों से वो समझ गए कि मैने कितनी तपस्या की है। मुझसे 2 दिनों से आग्रह कर रहे थे कि महामंडलेश्वर बनो तो मैने कहा मुझे लिबास की क्या आवश्यकता है। इस कपड़े को सम्मिलित करूंगी तब इसे धारण कर सकती हूं, क्या पुलिस वाला घर पर भी वर्दी पहनता है।