भंडारा की मिट्‌टी के 13 हजार नमूनों की होगी जांच , गांव-गांव चलेगा अभियान

‌Bhandara News जमीन की उपज क्षमता का सही तरीके से आकलन किया जा सके। इस लिए मिट्‌टी की जांच आवश्यक है। जिले में किसानों को इस उपक्रम के लिए अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। कृषि विभाग की ओर से मृदा सर्वेक्षण एवं मृदा जांच विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार 2024 एवं 25 इस आर्थिक वर्ष में जिले में 13 हजार 323 मिट्‌टी के नमूने एवं 29 जल नमूने जांच के लिए प्राप्त हुए हैं।

मिट्‌टी की जांच के पश्चात जमीन में कौन से घटक द्रव्य कितनी मात्रा में है इसकी जाचं करना जमीन के पोषण को समझने एवं संतुलित खाद प्रबंधन के लिए आवश्यक है। रसायनयुक्त खद का अनावश्यक प्रयोग टालने के लिए फसलों की उपज क्षमता में वृद्धि होती है। जिसका नियोजन करने के लिए कृषि विभाग की ओर से प्रशिक्षण शिविर, मेले, खेती शाला एवं सभाओं के माध्यम से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एवं सरकारी प्रात्याक्षिक योजना के तहत नि:शुल्क मिट्टी परीक्षण को लेकर किसानों में जनजागरण कर रहा है।

नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी प्रकल्प के तहत जिले में कुल 291 गावों का चुनाव किया गया है। इस अभियान के तहत मिट्टी के नमुनों का संकलन मौसम अनुकुलन रिपोर्ट की तैयारियां इन घटकों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। कृषि विभाग के रिपोर्ट के अनुसार जमीन में ऑर्गेनिक कार्बन मध्यम पोटाश तथा फास्फोरस कम मात्रा में पाए गए है। जिसका उपयोग आने वाले दिनों में किसानों को खेती की उपज सुधारने के लिए होगा।