
Damoh News: दमोह जिले के नोहटा पुलिस थाने की बनवार चौकी अंतर्गत मंगलवार सुबह करीब 11 बजे महादेव घाट पुल के पास बोलेरो बेकाबू होकर सूखी नदी में जा गिरी। हादसे में 5 सगी बहनों सहित एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई। 8 व 10 साल के दो बच्चों की भी जान चली गई। वहीं 5 की हालत गंभीर है।
पुलिस के मुताबिक जबलपुर के भीटा फुलर गांव का परिवार बांदकपुर भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन-पूजन कर वापस लौट रहा था। बोलेरो (एमपी-20 बीए-0152) में 13 लोग सवार थे। तेज रफ्तार गाड़ी का अंधे मोड़ पर संतुलन बिगड़ गया और वह पुल से नीचे जा गिरी। इनमें 6 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 बच्चों ने जिला अस्पताल दमोह में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। 5 अन्य घायलों को जिला अस्पताल दमोह में प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
ग्रामीणों ने गाड़ी से बाहर निकाला
स्थानीय लोग आवाज सुनते ही दौड़कर मौके पर पहुंचे। गाड़ी पलटी हुई थी, अंदर से आवाजें नहीं आ रहीं थीं। गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। लोग अंदर फंसे थे। गेट तोड़कर 6 शव बाहर निकाले गए। गांव वालों ने गाड़ी को सीधा किया। एंबुलेंस के पहुंचने पर लोगों को अस्पताल भेजा गया।
2023 में भी हुआ था ऐसा ही हादसा, तब भी गई थी जान
इस स्थान पर जनवरी 2023 में भी एक कार नदी में गिर गई थी। उस हादसे में रोंड गांव के पूर्व सरपंच अरविंद सिंह लोधी की मौत हो गई थी। पुल का निर्माण वर्ष 2022 में हुआ था, लेकिन आज तक यहां न तो रैलिंग लगाई है और न ही कोई स्पीड ब्रेकर बनाया। अंधे मोड़ पर चेतावनी संकेत तक नहीं लगे हैं। यह पुल 4 साल पहले दिलीप राय ने प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाया था। जबकि सड़क बग्गा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने तीन साल पहले बनाई थी।
सीएम ने दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख व घायलों को 50-50 हजार की सहायता की घोषणा की।
तेज स्पीड के कारण हादसा
महादेव घाट पर एक पुल बना है। इसके एप्रोच रोड पर आते ही बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक गाड़ी तेज स्पीड के कारण बेकाबू हुई। मामले की जांच की जा रही है।
-सुधीर कुमार कोचर, कलेक्टर
जिस मोड़ पर हादसा हुआ, वह खतरनाक-
मौका स्थल का जायजा लेने पर प्राथमिक तौर पर सामने आया है कि जिस मोड़ पर हादसा हुआ, वह खतरनाक है। कुछ स्ट्रक्चरल प्रॉब्लम भी हो सकती है। गाड़ी की स्पीड भी ज्यादा थी।
-श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एसपी
5 गंभीर घायलों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जबलपुर किया रेफर { मरने वालों में 2 बच्चे भी
6 की मौके पर ही मौत…
वैजयंती बाई (65) पति वीरान सिंह लोधी, लौंग बाई (60) पति हल्के सिंह, संपत बाई (50) पति मुन्ना सिंह लोधी, गुड्डी बाई (45) पति रज्जू लोधी, हल्की बाई (35) पति बलवान सिंह की मौत हो गई। पांचों सगी बहनें थीं। भाई कल्याण सिंह की बेटी रचना (19) ने भी मौके पर दम तोड़ दिया। तमन्ना (10) पिता देवेंद्र, शिब्बू (8) पिता हरि की अस्पताल में मौत।
गंभीर रूप से घायल रज्जू सिंह (50) पिता कोदू, वैभव सिंह (15) पिता देवेंद्र सिंह, रविंद्र (25) पिता डोमन सिंह, आयुष (15) पिता भूपेंद्र और अंकित (20) पिता रज्जू को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
परिवार के सदस्य जबलपुर के ही कटंगी स्थित राजघाट पौड़ी गांव में शादी समारोह में गए थे। वहां से मंगलवार सुबह बांदकपुर पहुंचे थे।