बड़ा फर्जीवाड़ा: किराए के वेयरहाउस में उतरवाए फोटो, फिर दिया धोखाधड़ी को अंजाम

Bhaskar Jabalpur
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Jabalpur News । पनागर थाना क्षेत्र में 9 गरीब किसानों के नाम पर भारी भरकम लोन निकालने वाला मास्टरमाइंड भूमिगत हो गया है। जाँच में यह बात आ चुकी है कि गिरोह की तर्ज पर कुछ युवकों ने एक फर्म बनाकर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया। इसमें पनागर स्थित एक निजी बैंक की शाखा से नौ किसानों के नाम पर करीब साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा का लोन ले लिया गया। किसानों को इसका पता तब चला जब उनके पास बैंक से किश्त चुकाने संबंधी नोटिस पहुँचे। लुटे-पिटे किसान अब विचलित हैं, वहीं पुलिस अब तक इस गिरोह में शामिल जालसाजों की परछाई भी नहीं पकड़ पाई है। किसानों ने आशंका व्यक्त की है कि मिलीभगत के चलते इतनी बड़ी जालसाजी को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार दो कमरों के छोटे से मकान में रह रहे वृद्ध किसान विष्णु ठाकुर व मुड़िया रोड पनागर निवासी किसान राजेश पटेल द्वारा एसपी कार्यालय में दी गई शिकायत की प्रारंभिक जाँच में पूरा खेल सामने आ गया था। किसान राजेश व विष्णु ठाकुर के अनुसार जबलपुर के विजय नगर निवासी धर्मेन्द्र पटेल ने पनागर क्षेत्र के ही बरौदा के समीप चंसोरिया वेयरहाउस को किराए पर लिया और फिर सभी 9 किसानों को इसी वेयरहाउस में ले जाकर फोटो उतरवाए। उस समय वेयरहाउस किराए पर लेने वाले धर्मेंन्द्र पटेल के साथ जीएनटी नाम फर्म से जुड़े तीन अन्य युवकों ने किसानों को यह झाँसा दिया कि वेयरहाउस में रखे माल के एवज में उन्हें स्वरोजगार के लिए बिना ब्याज वाला लोन मिल जाएगा। झाँसे में आए किसानों ने यहाँ फोटो खिंचवाए और फिर पनागर स्थित एक निजी बैंक में उनके नाम से खाते भी खुलवाए गए। इसके बाद जालसाजों का पता नहीं चला। किसानों के पैरों के तले की जमीन तब खिसक गई जब उनके पास लाखाें के कर्ज से संबंधित नाेटिस पहुँचे। उन्होंने पुलिस से कार्रवाई व न्याय की गुहार लगाई।

इन किसानों के नाम से निकाली गई रकम

मामले के सामने आने पर पीड़ित किसानों ने बैंक के अलावा पुलिस के समक्ष भी शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान यह सामने आया कि ग्राम रमखिरिया बोरिया पाटन निवासी लक्ष्मी प्रसाद साहू के नाम से 30 लाख रुपए, सुनाचर मनकेड़ी निवासी विवेक पटेल के नाम से 49 लाख, लालमाटी सिद्धबाबा निवासी अखिलेश मरकाम के नाम पर 49 लाख, विजय नगर जबलपुर निवासी आशुतोष प्यासी के नाम से 30 लाख, जागरण स्कूल रोड निवासी नीरज जैन के नाम पर 30 लाख, विजावर दमोह निवासी गीता रानी ठाकुर के नाम से 30 लाख, मुड़िया रोड पनागर निवासी राजेश पटेल के नाम से 30 लाख, गोसलपुर निवासी िवष्णु कुमार के नाम से 49 लाख, जगमोहन वार्ड पनागर निवासी मिठाईलाल सेन के नाम पर 49 लाख रुपए का लोन ले लिया गया। जिसके बाद उन्होंने पनागर थाने में अपनी शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन 7 माह बाद भी पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

मिलीभगत से लिया लोन और ट्रांसफर कराई रकम

ठगी व जालसाजी का शिकार हुए सभी किसान निम्न व मध्यम वर्ग के हैं। उनका कहना है कि व्यक्ति को 10 हजार लोन देने पर भी बैंक अधिकारी पूछताछ करते हैं और यहाँ बिना जाँच-पड़ताल के हमारे नाम से लाखों रुपए का लोन जारी कर दिया गया। किसान राजेश व विष्णु का आरोप है कि प्राइवेट बैंक से 3 करोड़ 46 लाख रुपए का लोन हम किसानों के नाम पर पास कराया गया। उक्त भारी-भरकम राशि को संबंिधत जालसाजों ने किसानों के एकाउंट से अपने अन्यत्र खातों में ट्रांसफर भी करवा लिया। यह बिना मिलीभगत के कैसे संभव है। लेकिन इन सारी कारगुजारियों के बावजूद धोखाधड़ी को अंजाम देने वाला व्यक्ति पुलिस पकड़ से दूर है। किसानों का कहना है कि जब वे बैंक शाखा जाते हैं तो उन्हें एक ही जवाब मिलता है कि उस समय के समस्त अधिकारी अन्यत्र स्थानांतरित हो गए हैं। इसके अलावा पुलिस अधिकारी भी गोलमोल जवाब देकर पल्ला झाड़ रहे हैं। इस पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।

पुलिस विभाग के जिम्मेदारों के अपने तर्क-

वहीं इस मामले में जब पनागर पुलिस से बात की गयी तो आला-अधिकारियों द्वारा यह बताया गया कि इस मामले की जांच के तहत नामजद लोगों द्वारा लोन की रकम भी चुकवाई जा रही है। तब सवाल यहां ये उठता है कि जब पुलिस को यह मालूम है कि किसके द्वारा यह जालसाजी की गई है। तब भी वे किस बात का इंतजार कर रहे हैं और इसीलिए उनकी कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आती जा रही है। यहां यह भी आश्चर्यजनक बात है कि एक ओर जहां केंद्र व प्रदेश सरकार धोखाधड़ी को रोकने के लिए टोल फ्री नम्बर जारी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ इतनी बड़ी गड़बड़ी एक निजी बैंक से हो गई और महीनों बाद भी जांच के नाम पर अधिक कुछ नहीं होना चिंताजनक पहलू है। इस संबंध में एसपी सम्पत उपाध्याय का कहना है कि उनके पास अभी इस मामले की जांच नहीं पहंुची है। लेकिन जल्द ही थाना प्रभारी से पूरी जानकारी लेकर उचित कार्रवाई जरूर की जाएगी।