
Gadchiroli News राज्य सरकार ने गड़चिरोली जिला मुख्यालय में एयरपोर्ट मंजूर करते हुए इसके लिए गड़चिरोली तहसील के कनेरी, पुलखल, मुरखला, नवेगांव, मुड़झा (बु) और मुड़झा (तुकूम) गांव की निजी जमीन तय की है। वर्तमान में स्थानीय उपविभागीय अधिकारी द्वारा भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गयी है। लेकिन अब उपरोक्त सभी गांवों के किसानों व नागरिकों ने प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीन नहीं देने का निर्णय लेकर इसके खिलाफ सोमवार, 28 अप्रैल से मुरखला के सर्वे क्रमांक 324/2 में बेमियादी अनशन शुरू किया है।
कनेरी निवासी किसान शरद ब्राह्मणवाडे की अगुवाई में शुरू किये गये इस अनशन में किसानों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया है। पहले दिन क्षेत्र के सांसद डाॅ. नामदेव किरसान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राह्मणवाडे ने अनशनकर्ता किसानों के अनशन मंडप को भेंट देकर अपना समर्थन घोषित किया है।आंदोलनकर्ता किसान शरद ब्राह्मणवाडे ने बताया कि, उपरोक्त सभी गांवों के नागरिक अपने खेत में खेती-किसानी कर परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं। वह स्वयं एक किसान होकर गांव में ही उनका धान का उद्योग है। उनके खेत की जमीन के साथ उद्योग की जमीन भी प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित करने की सूचना प्रशासन द्वारा जारी की गयी है।
एयरपोर्ट के लिए यह जमीन देने पर किसान पूरी तरह भूमिहिन होंगे और उनकी आजीविका का प्रश्न निर्माण होगा। इसी कारण किसानों ने अपनी जमीन नहीं देने का निर्णय लिया है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया काे विरोध दर्शाने के लिए यह अनशन शुरू किया गया है। पहले दिन बेमियादी अनशन में शरद ब्राह्मणवाडे और तुकाराम रेचनकर बैठे होकर तुलसीराम बारसिंगे, माणिक मोहुर्ले, कवडा मुत्तलवार, लक्ष्मी मारभते श्रृंखलाबध्द अनशन में बैठे है। इस अनशन को सैकड़ों किसानों ने अपना समर्थन दिया है। प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए शुरुआती दौर से ही किसानों का विरोध होने से अब इस एयरपोर्ट के निर्माण पर प्रश्न चिह्न लग रहा है।