
Chhindwara News: शुद्ध पेयजल व्यवस्था से वंचित हर्रई और अमरवाड़ा के 80 स्कूल- आंगनबाडियों में निर्माण कार्य अब तक शुुरु नहीं हो पाया है। पानी का सोर्स बताए बगैर योजना को स्वीकृति दे दी गई। अब पानी के सोर्स के बिना निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। इन शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चे व परिजन खुद ही पीने के पानी की व्यवस्था बनाने मजबूर हैं।
गौरतलब है कि जिले में पेयजल व्यवस्था से वंचित 3 हजार 152 स्कूल और 1 हजार 836 आंगनबाडियों में जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध जल पहुंचाने पीएचई विभाग को जिम्मेदारी दी गई थी। करीब दो सालों से संचालित इस योजना में 2 हजार 78 स्कूल और 1 हजार 446 आंगनबाडिय़ों में पानी पहुंचा दिया गया है। इनमें से निर्माणाधीन योजनाओं के बाद 42 आंगनबाड़ी व 38 स्कूलों में पानी का सोर्स नहीं होने से निर्माण कार्य अब तक शुरु नहीं हो पाया है।
फैक्ट फाइल
३,१५२ स्कूल स्कीम स्वीकृत
१,८३६ आंगनबाड़ी स्कीम स्वीकृत
२,५७८ स्कूल में काम पूरा
१,४४६ आंगनबाड़ी में काम पूरा
३८ स्कूल, ४२ आंगनबाड़ी में काम शुरु नहीं हुआ
ऐसे हैं हालात, अटके पड़े हैं काम
स्कूल: हर्रई के २१२ स्कूल में से ८१ में काम पूरा हो चुका, १०५ में निर्माण कार्य चल रहा है। २६ में काम शुरु नहीं हुआ। अमरवाड़ा में २१७ में से १३९ में काम पूरा, ६६ में निर्माण चल रहा है। १२ में काम शुरु नहीं हो पाया।
समस्या: कुछ स्कीम में सोर्स नहीं मिला है, सरेंडर हो चुके कामों में टेंडर निकाले गए हैं।
आंगनबाड़ी: हर्रई की १३१ आंगनबाडिय़ों में से ६५ में काम पूरा हो चुका, ३५ में निर्माण कार्य चल रहा है। ३१ में काम शुरु नहीं हुआ। अमरवाड़ा में १२७ में से ७३ में काम पूरा हो चुका। ४३ में निर्माण कार्य चल रहा है। ११ में काम शुरु नहीं हुआ।
समस्या: जहां पानी का सोर्स नहीं मिला वहां काम शुरु नहीं किया गया। सरेंडर हो चुके काम में दोबारा टेंडर लगाए गए हैं।
इनका कहना है
ब्लैक लिस्ट हो चुकी फर्मों के काम सरेंडर करने के बाद दोबारा टेंडर निकाले गए हैं। कुछ स्थानों पर पानी का सोर्स नहीं होने से निर्माण कार्य रोका गया है।
करण सिंह कुसरे, ईई पीएचई