
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले केबाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव देखने को मिल रहा है। उन सभी 28 टूरिस्ट्स पर हुए हमलों को लेकर भारत सरकार ने सख्त एक्शन लेने शुरू कर दिए हैं। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सुरक्षा बल की भी पूरी तरह से तैनाती है। पाकिस्तान की सेना की तरफ से इस दौरान ही पीओके में ‘ललकार-ए-मोमिन’ के नाम से एक सैन्य अभ्यास शुरू किया है। साथ ही पंजाब प्रांत में पाकिस्तानी सेना ने ‘फिजा-ए-बदर’ नाम से एक दूसरा सैन्य अभ्यास शुरू किया है। बता दें, इस अभ्यास में जे-10, एफ-16 और जेएफ-17 जैसे कई सारे फाइटर जेट्स शामिल किए हैं।
पाकिस्तान को है डर?
पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान को लगातार भारत की जवाबी कार्रवाईयों से डर लग रहा है। इस वजह से ही पाक ने अपनी सेना को तेज करना शुरू कर दिया है और भारत की सेना की एक्टिविटीज पर नजर रखने के लिए एलओसी पर कई फैसले लिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना भारतीय हवाई हमलों का पता लगाने के लिए सियालकोट सेक्टर में अपने रेडार सिस्टम को भी तेज कर रहे हैं। वहीं, फिरोजपुर सेक्टर में भारत की एक्टिविटीज पर कड़ी नजर रखने के लिए पाकिस्तानी सेना कई सारे अग्रिम स्थानों पर तैनात हो रही है।
पाकिस्तान ने उठाए सख्त कदम
पाकिस्तान की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 58 किलोमीटर की दूर पर ही छावनी में एक टीपीएस-77 रडार साइट की स्थापना की है। टीपीएस-77 मल्टी-रोल रडार (एमआरआर) एक ऐसी रडार प्रणाली है जिसका उपयोग पूरी दुनिया में हवाई ट्रांस्पोर्टेशन की निगरानी के लिए ही किया जाता है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री की तरफ से भी दी गई थी धमकी
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की तरफ से धमकी दी गई थी कि, हमने अपनी सेना को मजबूत कर लिया है, क्योंकि अब कुछ ऐसा होने वाला है। पाकिस्तान इस समय हाई अलर्ट पर है और हम अपने परमाणु हथियारों का उपयोग भी तभी करेंगे जब हमारे अस्तित्व को खतरा होगा।