पटवारी के गलत प्रतिवेदन से अटका नहर का मुआवजा

Shahdol News: कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई बंद होने के बाद पहुंचे पांच ग्रामीणों ने गैलरी में ही कलेक्टर डॉ. केदार सिंह को समस्या बताई। ग्राम लेदरा से आए दिनेश शुक्ला ने बताया कि पटवारी ने जमीन का गलत प्रतिवेदन दे दिया, इससे नहर निर्माण के बाद जमीन का मुआवजा अटक गया।

समस्या लेकर कई बार तहसीलदार, एसडीएम और अन्य अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी परेशानी कम नहीं हुई। इसी प्रकार गोहपारू से आए मुकेश शर्मा ने लोकसेवा केंद्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत कर कलेक्टर से कार्रवाई की मांग की।

शिवकरण यादव ने पोड़ीकला खदान में मनमाने खनन से नदी में बड़े गड्ढे होने के बाद सुरक्षा कारणों से तार की फेंसिंग करवाने की मांग रखी, जिससे बारिश के मौसम में अचानक किसी के डूबने से मौत नहीं हो। ब्यौहारी के मुन्ना राठौर ने पारिवारिक विवाद में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाया।

उचेहरा गांव से आईं दुआसिया बाई ने रोजगार सहायक प्रकाश गुप्ता द्वारा 45 हजार रूपए निकाल लिए जाने के बाद भी 6 साल में पीएम आवास में छत ढलाई नहीं करने की समस्या बताई। समस्या बताने के दौरान वे बैसाखी में खड़ी थीं और वह भी टूटी थी।

इसे देखकर कलेक्टर ने सामाजिक न्याय विभाग से बैसाखी मंगवाई और दुआसिया बाई को दिया। मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में कमिश्नर सुरभि गुप्ता ने लोगों की परेशानी सुनीं। यहां संभाग के तीनों जिले के आवेदक पहुंचे और परेशानी बताई।