पंजाब यूनिवर्सिटी ने ISAC और Zscaler के साथ मिलकर CopConnect साइबर वेलनेस क्लिनिक की चंडीगढ़ में शुरुवात की

Bhaskar Jabalpur
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चंडीगढ़, 03 मार्च : साइबर सुरक्षा जागरूकता, शिक्षा और साइबर अपराध पीड़ित सहायता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंजाब यूनिवर्सिटी 5 मार्च 2025 को CopConnect साइबर वेलनेस क्लिनिक का उद्घाटन करने जा रही है। यह पहल इनफॉर्मेशन शेयरिंग एंड एनालिसिस सेंटर (ISAC) के सहयोग से और Zscaler के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) कार्यक्रम के तहत समर्थित है।

यह क्लिनिक साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण, जागरूकता और शिक्षा का एक व्यापक केंद्र बनेगा, जहां शिक्षाविदों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और उद्योग विशेषज्ञों के बीच समन्वय स्थापित किया जाएगा।

पूर्व की सफलताओं पर आधारित पहल

यह पहल बेंगलुरु के शैक्षणिक संस्थानों में 2024 की शुरुआत में स्थापित CopConnect साइबर वेलनेस सेंटर की सफलता के बाद शुरू की जा रही है। बेंगलुरु की इस पहल ने छात्रों और पेशेवरों को साइबर सुरक्षा संसाधन और प्रशिक्षण प्रदान किया है। CopConnect साइबर वेलनेस केंद्रों के सकारात्मक प्रभाव और उत्साहजनक प्रतिक्रिया ने देशभर में इसी तरह की पहलों की नींव रखी है।

ISAC: साइबर सुरक्षा पहलों का अग्रणी संगठन

इनफॉर्मेशन शेयरिंग एंड एनालिसिस सेंटर (ISAC) एक प्रमुख गैर-लाभकारी साइबर सुरक्षा संगठन है, जो डिजिटल क्षेत्र में उभरती चुनौतियों का समाधान करने के लिए समर्पित है। ISAC का मिशन साइबर सुरक्षा में क्षमता निर्माण, व्यावसायिक नैतिकता को बढ़ावा देना और साइबर सुरक्षा एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करना है।

ISAC ने कई प्रमुख सरकारी और शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी की है, जिनमें शामिल हैं:

  • शिक्षा मंत्रालय – साइबर सुरक्षा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत कार्य कर रहा है।
  • रक्षा मंत्रालय – राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए विभिन्न साइबर सुरक्षा पहलों में सहयोग कर रहा है।
  • अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) – साइबर सुरक्षा पाठ्यक्रम और प्रमाणन विकसित कर रहा है और फिजिटल लैब्स के साथ साइबर सुरक्षा उत्कृष्टता केंद्र स्थापित कर रहा है।
  • कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम-इंडिया (CERT-In) – साइबर सुरक्षा घटनाओं से निपटने, कमजोरियों की रिपोर्टिंग और सर्वोत्तम अभ्यासों को बढ़ावा देने में सहायता कर रहा है।
  • कर्नाटक पुलिस अकादमी (KPA) – साइबर अपराध जांच और डिजिटल फॉरेंसिक में कानून प्रवर्तन अधिकारियों को प्रशिक्षित कर रहा है।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गांधीनगर – साइबर सुरक्षा अनुसंधान और तकनीकी विकास में सहयोग कर रहा है।

ISAC की प्रमुख पहले

ISAC कई विशेष प्लेटफॉर्म और समुदायों के माध्यम से साइबर सुरक्षा को मजबूत कर रहा है, जैसे कि:

  • Cyberange साइबर सुरक्षा लैब्स – साइबर सुरक्षा पेशेवरों के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है।
  • CopConnect सोशल इम्पैक्ट प्लेटफॉर्म – साइबर अपराध से प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल सहायता और संसाधन प्रदान करता है।
  • Breach Point बग बाउंटी प्लेटफॉर्म – नैतिक हैकिंग को बढ़ावा देता है और डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने में योगदान करता है।
  • EthixFirst प्रोफेशनल एथिक्स रेटिंग प्लेटफॉर्म – व्यावसायिक वातावरण में नैतिक आचरण को बढ़ावा देता है।

इसके अतिरिक्त, ISAC राष्ट्रीय सुरक्षा डेटाबेस (National Security Database) का संचालन करता है, जो साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का प्रमाणित नेटवर्क है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कार्य कर रहा है।

Zscaler: ज़ीरो ट्रस्ट आर्किटेक्चर के माध्यम से साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देना 

Zscaler, जिसे 2007 में जय चौधरी ने स्थापित किया था, क्लाउड सुरक्षा में अग्रणी कंपनी है। इसकी क्लाउड-नेटिव ज़ीरो ट्रस्ट एक्सचेंज प्लेटफॉर्म ने साइबर सुरक्षा के परिदृश्य को बदल दिया है। कंपनी NASDAQ पर सूचीबद्ध है और इसका मुख्यालय सैन जोस, कैलिफ़ोर्निया में स्थित है।

Zscaler का उद्देश्य डिजिटल परिवर्तन को गति देना और संगठनों को अधिक चुस्त, कुशल, लचीला और सुरक्षित बनाना है। भारत में Zscaler का महत्वपूर्ण प्रभाव है, जहां लगभग 3,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।

भारत में कंपनी के कार्यालय बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, मोहाली और पुणे में स्थित हैं, जिसमें बेंगलुरु इसका पहला वैश्विक कार्यालय था। इसके अलावा, भारत में Zscaler के सात डेटा सेंटर हैं, जो 400 से अधिक संगठनों के 50 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

पंजाब यूनिवर्सिटी में CopConnect साइबर वेलनेस क्लिनिक

चंडीगढ़ के सेक्टर 25 में स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी के साउथ कैंपस (CSDE) में स्थापित होने वाला यह क्लिनिक साइबर सुरक्षा शिक्षा और सहयोग का प्रमुख केंद्र बनेगा। यह क्लिनिक निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करेगा:

  • साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण सत्र – फिशिंग, पहचान चोरी, साइबर धोखाधड़ी और सुरक्षित इंटरनेट उपयोग पर विशेषज्ञ-नेतृत्व वाले कार्यशालाएं।
  • बहु-विषयक पीड़ित सहायता – साइबर अपराध प्रथम उत्तरदाता, साइबर वकील, साइबर मनोवैज्ञानिक और फॉरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा सहायता।
  • कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग – साइबर अपराध प्रतिक्रिया रणनीतियों और डिजिटल फॉरेंसिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ संयुक्त पहल।
  • उद्योग-प्रमाणित सीखने के अवसर – ISAC के 26 साइबर सुरक्षा प्रमाणन पाठ्यक्रम, जो IT, IoT, और ऑपरेशनल टेक्नोलॉजी (OT) सुरक्षा को कवर करते हैं।
  • साइबर सुरक्षा प्लेटफार्मों से परिचय – ISAC के Breach Point बग बाउंटी प्लेटफॉर्म,

EthixFirst पेशेवर नैतिकता रेटिंग प्लेटफॉर्म और राष्ट्रीय सुरक्षा डेटाबेस के बारे में जागरूकता।

सुरक्षित डिजिटल भविष्य के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण

पंजाब यूनिवर्सिटी, ISAC और Zscaler के बीच यह साझेदारी साइबर सुरक्षा जागरूकता और नैतिक डिजिटल प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एक साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इन संस्थानों का लक्ष्य अपने सामूहिक विशेषज्ञता और संसाधनों का उपयोग करके छात्रों, शिक्षकों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को साइबर सुरक्षा कौशल प्रदान करना है।

डिजिटल दुनिया के तेजी से विकसित होते परिदृश्य में, CopConnect साइबर वेलनेस क्लिनिक जैसी पहल अगली पीढ़ी के साइबर सुरक्षा पेशेवरों को तैयार करने और एक मजबूत, जागरूक समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

5 मार्च 2025 को उद्घाटन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

आइए इस प्रयास में शामिल हों और हमारी डिजिटल कम्युनिटी को सशक्त और सुरक्षित बनाएं।