नागपुर शहर में हुई हिंसक घटना ने ली बेकसूर राहगीर की बलि

Nagpur News हिंसक घटना में जख्मी हुए राहगीर ने शनिवार को उपचार के दौरान दमतोड़ दिया है। मेयो अस्पताल में उसकी मौत हो गई है। घटित वाकये से घटना ने बेकसूर राहगीर की बलि ले ली है। इससे संवेदनशील एरिया में अभी तनावपूर्ण शांति है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को पहले से ज्यादा सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं।

मृतक इरफान अंसारी शफिक अंसारी (41) बंदे नवाज नगर निवासी था। वह वेल्डिंग का काम करता था। उसका मध्य प्रदेश के इटारसी में काम जारी है। इस कारण 17 मार्च की रात करीब 9 से 10 बजे के दौरान वह रेलवे स्टेशन के लिए घर से रवाना हुआ। उस वक्त मध्य नागपुर में हुई हिंसक घटना के कारण गोलीबार चौक से नई शुक्रवारी के तरफ आने वाला मार्ग,गोलीबार चौक से मोमिनपुरा,हंसापुरी,भालदारपुरा,गांधीबाग,चिटनीस पार्क चौक अधिकांश मार्गों को पुलिस ने बंद कर दिया था। इस कारन ऑटो रिक्शे वाले से इरफान को गालीबार चौक में ही उतार दिया था। वहां से इरफान रेलवे स्टेशन जाने के लिए पैदल-पैदल गलियों से निकला था।

इरफान के भाई रिजवान ने बताया कि उस दौरान गीतांजली टॉकीज के पीछे गली में चार से पांच लोगों ने उसे घेर लिया और हमला बोल दिया। यह बात रात करीब 11.30 बजे की है। पत्थर से सिर फोड़ने के अलावा घातक शस्त्र से भी उस पर वार किए गए । उसका सिर बुरी तरह से फट गया था। हाथ-पैर में फ्रैक्चर होने का बताया जा रहा है। इससे लहुलुहान अवस्था में वह वहीं पर बेहोशी की हालत में पड़ा रहा। पुलिस ने उसे मेयो अस्पताल पहुंचाया। रात करीब 1.45 बजे मेयो अस्पताल से इरफान के घर में फोन कर पुलिस ने उसके जख्मी होने की खबर पुलिस को दी। परिजन अस्पताल पहुंचे। उस वक्त इरफान वेन्टीलेटर पर था। पांच दिनों तक वह अस्पताल में मौत से संघर्ष करते रहा। आखिरकार शनिवार को उसने दम तोड़ दिया । पत्नी गृहिणी है। बेटी पढ़ाई करती है।  इरफान की मौत से परिवार सदमे में है।