देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लिस्बन में ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ से सम्मानित, 27 साल बाद भारतीय राष्ट्रपति का राजकीय दौरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल की दो दिवसीय की राजकीय यात्रा पर पहुंची है और उनको लिस्बन में ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया है। लिस्बन के मेयर कार्लोस मोएदास की तरफ से उनको ये सम्मान दिया है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लिस्बन के मेयर और वहां के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, लिस्बन अपने खुले विचारों, संस्कृति, सहिष्णुता और विविधता को सम्मान देने के लिए जाना जाता है। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा?

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि, लिस्बन एक वैश्विक शहर है जो कि तकनीकी बदलाव, इनोवेशंस, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल ट्रांजिशन के मामले में सबसे आगे है। उन्होंने आगे कहा कि, इन क्षेत्रों में भारत के साथ पुर्तगाल आगे भी मदद कर सकता है। 

लिस्बन की बनीं मानद नागरिक

मोएदास ने कहा है कि, ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करने के साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लिस्बन की मानद नागरिक बन गई हैं। इसके बाद ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधन की शुरुआत ‘बोम डिया’ से करते हुए कहा कि, ‘भारत और पुर्तगाल के बीच सांस्कृतिक संबंध अरसे से चले आ रहे हैं और इन्होंने हमारे दैनिक जीवन पर ना मिटने वाली छाप छोड़ी है।’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘अंतरराष्ट्रीय मामलों में जिम्मेदारी की साझा भावना हमें क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर स्वाभाविक साझेदार बनाती है।’

क्यों खास है ये यात्रा?

बता दें, 27 साल बाद पुर्तगाल और करीब 29 साल बाद स्लोवाकिया का दौरा किसी भारतीय राष्ट्रपति ने किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दौरा भी ऐसे वक्त हो रहा है जब वैश्विक स्तर पर कई आर्थिक बदलाव हो रहे हैं। इसमें हाल ही में अमेरिका की तरफ से लगाए गए टैरिफ ने इंटरनेशनली बिजनेस को नया रूप दिया है। वहीं, भारत की यूरोप के साथ भागीदारी बढ़ रही है।