दमोह रोड का जहाँ पर जीरो प्वाॅइंट, वहीं बीच सड़क तक लगे हैं बिजली के खंभे

Jabalpur News: जबलपुर से दमोह सड़क का जीरो प्वाॅइंट चंडाल भाटा स्मार्ट सिटी कमांड सिटी सेंटर के सामने से है। यह सड़क शुरुआती हिस्से से बर्बाद तो है ही, साथ ही बीते डेढ़ दशक से एक दुर्भाग्य है कि इसमें सड़क के बीच के हिस्से तक विद्युत पोल लगे हैं। 12 से 15 साल पहले नगर निगम ने इस मार्ग से अतिक्रमण हटाये लेकिन कब्जे हटाने के बाद किसी तरह से विकास नहीं किया। नतीजा यह हुआ कि मकान, दुकान और मार्केट के सामने 18 से 20 फीट की सीमा तक विद्युत पोल लगे हैं।

सड़क पर बाधा के रूप में लगे इन विद्युत खंभों को शिफ्ट करने कभी योजना ही नहीं बनी। मार्ग पर बीच की सीमा तक विद्युत खंभे होने की वजह से यह रोड हादसों के लिए कुख्यात है। रात के समय तो इस मार्ग पर चलने वाले वाहनों के चालकों को बड़ी सावधानी के साथ यह देखना पड़ता है कि कहीं खंभे या ट्रांसफाॅर्मर से ही न टकरा जाएँ। जरा सी गफलत की तो मार्ग पर इन विद्युत पोलों की वजह हादसा हो जाता है।

अब इस विभाग से कुछ आशा

यह सड़क पहले मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन के पास थी। डेढ़ माह पहले यह नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया को हस्तांतरित की गई है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अब कम से कम नया विभाग जिसको इस मार्ग के अपग्रेडेशन की जिम्मेदारी दी गई वो ही इसको सलीके का बना दे। इस मार्ग के साथ नगर निगम सौतेला सा व्यवहार करता है। कब्जा हटाये लेकिन मार्ग को विकसित करने की बारी आई तो अपना पल्ला झाड़ लिया।

कितना उपयोगी है यह मार्ग

इसी मार्ग पर दमोहनाका फ्लाईओवर का एक रैंप उतर रहा है। इससे आगे यह सड़क विजय नगर एरिया की दर्जनों काॅलोनियों के साथ आसपास की सैकड़ों बस्तियों को जोड़ती है, साथ ही कृषि उपज मंडी, दीनदयाल राज्य स्तरीय बस स्टैण्ड, दमोह, सागर, बुंदेलखण्ड जाने वाले लोगों के लिए बहुत उपयोगी है। इस मार्ग से पाटन, कटंगी जैसे टाउन में जो कृषि उपज होती है वह भी शहरी हिस्से में लाई जाती है। लाखों की आबादी का उपयोगी मार्ग है जिसको अपग्रेड कर नया रूप देने की माँग सालों से हो रही है।