
Chhindwara News: तैयार रहें…नए वित्तीय वर्ष से जलकर में 85 रुपए की बढ़ोतरी की जा रही है। अब निगम को जलकर के रूप में 260 रुपए चुकाने होंगे। वहीं संपत्तिकर भी वर्तमान दर से 10 फीसदी अधिक देना होगा। मंगलवार को हुई एमआईसी की बैठक में सदस्यों ने 269.33 करोड़ के अलावा १२ प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया है। तकरीबन छह साल के बाद जलकर में बढ़ोतरी की जा रही है। अब एमआईसी द्वारा पारित किए गए बजट को परिषद की बैठक में रखा जाएगा।
मंगलवार को नगर निगम सभागृह में महापौर विक्रम अहके की अध्यक्षता में एमआईसी की बजट बैठक आयोजित की गई। मेयर इन काउंसिल ने १२ प्रस्तावों को सर्व सहमति से पास किया। इसमें सबसे बड़ा झटका शहर को जलकर और संपत्तिकर के रूप में दिया गया है। जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों का तर्क है कि निगम की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए ये फैसले किए गए हैं। मंगलवार को हुई बैठक में सभापति प्रवीणा अल्डक, नमिता सक्सेना, राहुल उईके, संजीव यादव, चंद्रभान देवरे, प्रमोद शर्मा, बलराम साहू, शिल्पा पहाड़े, सुनीता पाटिल, अरूणा कुशवाह सहित कमिश्नर चंद्रप्रकाश राय, उपायुक्त कमलेश निरगुडक़र, कार्यपालन यंत्री ईश्वरसिंह चंदेली, लेखाधिकारी प्रमोद जोशी शामिल थे।
इन 12 प्रस्तावों को दी हरी झंडी
– निगम सहायक जनसंपर्क अधिकारी की पदपूर्ति के लिए सहमति प्रदान की गई।
– वार्ड क्रमांक 15 में चौक का नामकरण संत श्रीजलाराम चौक किया जाएगा।
– श्रीवास्तव कॉलोनी स्थित पार्क में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाई जाएगी।
– आरक्षित वर्ग के लिए आरक्षित शॉपिंग कॉम्पलेक्स की बिक्री नहीं होने पर मद परिवर्तन किया जाएगा।
– प्रतापशाला और मालधक्का की दुकानें विक्रय नहीं होने पर मूल्य में कमी की जाएगी।
– संपत्तिकर में वर्तमान दर की तुलना में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी।
– ट्रांसपोर्ट नगर के विकास कार्य एवं भूखंडों की न्यूनतम दर 838 रुपए किया जाएगा।
– जलापूर्ति में निगम को 450 रुपए प्रति कनेक्शन का खर्चा आ रहा है। जिस पर घरेलू कनेक्शन 260 रुपए और व्यावसायिक कनेक्शन पर 780 रुपए लिए जाएंगे।
– फव्वारा चौक से गोलगंज तक की सडक़ का नाम आचार्य विद्या सागरजी महाराज के नाम पर किया जाएगा।
– कुलबेहरा नदी का सौंदर्यीकरण करते हुए मूर्ति विसर्जन के लिए घाट बनाए जाएंगे।
10 साल बाद बढ़ेगा संपत्तिकर
आखिरी बार नगर निगम द्वारा 2015-16 में संपत्तिकर में बढ़ोतरी की गई थी। पूरे दस साल के बाद संपत्ति कर बढ़ाया जा रहा है। वित्तीय संकट से जूझ रहे नगर निगम ने ये कड़ा फैसला लिया है। इसी तरह छह साल के बाद जलकर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पास किया गया है।
अब आगे क्या…
– जलकर और संपत्तिकर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव अभी एमआईसी ने पास किया है। इसे परिषद की बैठक में रखा जाएगा। 28 मार्च को निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई है। इसमें सभी 12 प्रस्तावों पर सहमति प्रदान की जाएगी।
इनका कहना है…
– शहर के विकास के लिए कड़े फैसले लिए जाने जरुरी है। निगम वित्तीय संकट से जूझ रही है। जिसकी वजह से शहर का विकास प्रभावित हो रहा है। संपत्तिकर पिछले दस साल से नहीं बढ़ाया गया था।
विक्रम अहके
महापौर,नगर निगम
– शहर के 48 वार्डो में निगम शुद्ध पानी की सप्लाई नहीं कर पा रहा है, लेकिन जलकर बढ़ाने का प्रस्ताव जरुर पास कर दिया गया। कांग्रेस की परिषद के समय भी आर्थिक हालात खराब थे, लेेकिन हमने जनता पर कोई बोझ नहीं डाला।
– धर्मेंद्र सोनू मागो
अध्यक्ष नगर, निगम