गर्मियों में राहत पहुंचाने वाला तरबूज कहीं मिलावटी तो नहीं? ऐसे करें इसकी पहचान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मियों में हमें अपने आप को हाईड्रेटेड रखने के लिए पानी पीने और मौसमी फल जैसे तरबूज खाने के लिए कहा जाता है। लेकिन अब इन फलों को खाने के पहले भी हमें दो बार सोचना पड़ता है और ये लगातार बढ़ती मिलावट के कारण हो रहा है। हाल ही में तमिलनाडु के फूड सेफ्टी अथॉरिटी (FSSAI) ने 2000 किलो से भी ज्यादा नकली और मिलावटी तरबूज जब्त किए थे। इन तरबूजों में सिंथेटिक रंग, इंजेक्शन से मिठास बढ़ाने वाले केमिकल्स के साथ साथ हार्मफुल प्रिजरवेटिव्स भी पाये गये हैं।

कैसे करें मिलावटी तरबूजों की पहचान?

FSSAI ने अपनी गाइडलाइंस में सभी से अनुरोध किया है कि तरबूज खाने से पहले उसकी जांच जरूर करें। अगर आपको बाजार से लाए हुए तरबूज की जांच करनी है तो सबसे पहले तरबूज के कटे हुए टुकड़े को कांच के गिलास में डालें। ग्लास में पानी डालते ही आर्टिफिशियल रंग अलग होने लगते हैं। अगर आपको अपने ग्लास में लाल रंग फैलता दिखता है तो इसका मतलब आपके तरबूज में मिलावट है।

इसके अलावा मिलावट चेक करने के लिए आप तरबूज के लाल हिस्से पर कॉटन बॉल भी रगड़ सकते हैं। अगर आपकी कॉटन बॉल पर कोई रंग नहीं चढ़ता है तो मतलब यह प्राकृतिक फल है वहीं अगर कॉटन बॉल लाल हो जाती है तो यह मिलावट का संकेत है। कॉटन बॉल की जगह टिशू पेपर या कागज रगड़कर भी आप मिलावट पता कर सकते हैं। 

असली तरबूज और मिलावटी तरबूज में क्या है फर्क?

अगर तरबूज काटने पर बहुत ही लाल और चमकदार दिखे तो यह लाल रंग सिंथेटिक डाई की निशानी हो सकता है। केमिकल शुगर या इंजेक्शन दिए गए तरबूज ज्यादातर चिपचिपे होते हैं। असली तरबूज में नीचे की सतह पर एक हल्का पीला या क्रीम कलर का पैच भी होता है। अगर यह नहीं है तो शायद कुछ गड़बड़ हो सकती है। असली तरबूज में ताजगी की महक होती है जबकि नकली में हल्के केमिकल जैसी गंध होती है।

मिलावटी तरबूज से हो सकती हैं ये परेशानियां

मिलावटी तरबूज खाने से आपको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि नकली तरबूज खाकर आपको फूड पॉयजनिंग से लेकर पेट दर्द और दस्त, लीवर डैमेज, किडनी को नुकसान, एलर्जी, स्किन रिएक्शन जैसी परेशानियां शामिल हैं। 

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।