गडचिरोली जिले के विकास के लिए खेती, सिंचाई, पर्यटन व आदिवासियों के कल्याण पर जोर दें

Gadchiroli News गड़चिरोली जिले का विकास करने के लिए स्थानीय लोगों के जीवनयापन में परिवर्तन कर उत्पादन क्षमता बढ़ाना जरूरी है। जिसके लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों समेत नागरिकों को देना जरूरी है। गड़चिरोली जिले के विकास में तेजी लाने के लिए खेती, सिंचाई, पर्यटन व आदिवासियों के कल्याण पर जोर दें, ऐसे निर्देश राज्य के वित्त, नियोजन, कृषि, मदद व पुनर्वसन, विधि व न्याय, श्रम राज्यमंत्री तथा जिले के सहपालकमंत्री एड.आशीष जयस्वाल ने दिए। जिला वार्षिक योजना 2023-24 के व्यय को मंजूरी देने, 2024-25 के पुनर्विनियोजन को मान्यता देने और 2025-26 के मसौदा योजना को मंजूरी देने के लिए जिला नियाेजन समिति की बैठकका आयोजन शुक्रवार, 31 जनवरी को स्थानीय जिलाधिकारी कार्यालय के सभागृह में ऑनलाइन तरीके से किया गया था। इस समय वें बोल रहे थे।

बैठक में जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा, सांसद नामदेव किरसान, विधायक धर्मरावबाबा आत्राम, विधायक रामदास मसराम, विधायक डा. मिलिंद नरोटे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहास गाडे, जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, कार्यकारी यंत्रणा के अधिकारी प्रत्यक्ष तथा ऑनलाइन तरीके से उपस्थित थे। इस समय राज्यमंत्री तथ सहपालकमंत्री एड. आशीष जयस्वाल ने ऑनलाइन तरीके से बताया कि, गड़चिरोली जिले में नदियों की संख्या अधिक है। इसके बावजूद सिंचाई सुविधा का अभाव है। जिले के विकास के लिए सिंचाई सुविधा में बढ़ोतरी करना अधिक आवश्यक है। गड़चिरोली जिले के विकास की चाबी बोअरवेल में है। जिसकी वजह से बिरसा मुंडा कृषि क्रांति योजना के तहत ‘मांगेगा उसे बोरवेल और सोलर पंप’ देने के लिए और नाली के गहराईकरण के माध्यम से जलसंधारण के कार्याें में विकास करें तथा पर्यटन क्षेत्र में अनेक योजनाओं के माध्यम से जिले का विकास करें, ऐसे निर्देश सह पालकमंत्री एड.जयस्वाल ने अधिकारी व कर्मचारियों को दिए। जिला वार्षिक नियोजन समिति की बैठक में वर्ष 2025-26 अंतर्गत गड़चिरोली जिले के लिए सरकार ने 568 करोड 72 लाख रुपयों की वित्तीय मर्यादा निश्चित की है।

जिसमें आकांक्षित जिले के कार्यक्रम के लिए सर्वसाधारण योजना के तहत मंजूर निधि 25 प्रतिशत मतलब 83 करोड़ 69 लाख रुपये अधिक निधि मंजूर कियाग या है। वर्ष 2023-24 में 560 करोड 63 लाख निधि मंजूर किया गया था। जिसमें से 558 करोड़ 75 लाख रुपये मार्च 2024 के अंत तक खर्च किए गए थे। इस समय जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा ने प्रस्तुतीकरण द्वारा वार्षिक योजना की जानकारी दी। बैठक में विधायक धर्मरावबाबा आत्राम ने कहां कि, अहेरी विधानसभा क्षे के विकास के लिए विकास निधि कम मिली है। तिनों विधानसभा क्षेत्र को समान निधि वितरित करने की मांग की। इस समय सांसद नामदेव किरसान ने आदिवासी संस्कृति दर्शानेवाले भव्य ‘गोटूल पर्यटन केंद्र’ निर्माण करेन की मांग रखी। विधायक डा.मिलिंद नरोटे ने गड़चिरोली के पर्यटनस्थल और तालाबों के सौंदर्यीकरण की मांग रखी। विधायक रामदास मसराम ने जिले में बाघ, हाथी व अन्य वन्यप्राणियों की वजह से किसानों का बड़ी संख्या में नुकसान हो रहा है। जिसकी वजह से खेती को मुफ्त फेन्सिंग उपलब्ध करा देने की मांग रखी। बैठक में सभी यंत्रणा के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।