खतरा बना कोतवाली का जर्जर भवन, नए भवन की अभी तक नहीं बन पाई बाउंड्रीवाल, सुरक्षा प्रभावित

Shahdol News। कोतवाली का नया भवन बन जाने के बाद पुरानी बिल्डिंग का उपयोग नहीं रह गया है, जिसके कारण पुराना भवन जर्जर हो गया है। दीवारों में दरारें आने लगी हैं, बरसात के दिनों में छत से पानी भी रिसता रहता है।

ऐसी स्थिति में भवन के धराशायी होने का अंदेशा बना रहता है। भवन के नीचे जब्त किए गए वाहन व अन्य चीजें रखे हुए हैं। कहा जा रहा है कि जर्जर हो चुके अनुपयोगी पुराने भवन को डिस्मेंटल कराकर नया निर्माण कराया जाना चाहिए। ताकि परिसर में और जगह मिल सके, जिससे जब्त सामानों को रखने की जगह और बन सके।

साथ ही परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण की आवश्यकता महसूस की जा रही है। चार साल पहले लाखों की लागत से नया भवन बनाया गया, परंतु बाउंड्रीवाल अभी तक नहीं बन सकी है। सामने की ओर तार से फेंसिंग की गई है। चारों ओर दीवार न होने से परिसर में खड़े जब्ती के वाहन व अन्य सामानों की सुरक्षा पर पुलिस को विशेष ध्यान रखना पड़ रहा है। पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव ने कहा कि कोतवाली परिसर में बाउंड्रीवाल जरूरी होती है, इस संबंध में प्रस्ताव भेजा जाएगा।