कार मुंबई में, चालान कटा नागपुर में, आरोपियों पर मामला दर्ज

Nagpur News व्यापारी पिता-पुत्र की साजिश का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने यातायात विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए किसी और वाहन का नंबर अपनी कार पर लगाया था। बजाज नगर थाने में उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।

बेखौफ वाहन चला रहा था : आरोपी व्यापारी हरीष देवीचरण तिवारी और उसका पुत्र यश है। उनके पास मर्सिडीज कार (क्र.एमएच 31 ईएक्स 9993) है। उन्हें डर था कि, उनकी कार से सड़क दुर्घटना अथवा यातायात नियमों का उल्लंघन हुआ तो उन पर कार्रवाई होगी, चालान के रूप भारी-भरकम जुर्माना भरना पड़ सकता है। इससे बचने के लिए यश के दिमाग में खुराफाती आइडिया आया। उसने मुंबई के मीरा रोड निवासी हनीत मनजीतसिंह अरोरा की कार (क्र.एमएच 02 डीजेड 5061) का नंबर अपनी कार पर लगाकर बेखौफ वाहन चला रहा था। इस बीच यश के कार पर दो बार ओवर स्पीड का चालान हुआ, मगर उसे इसकी कोई चिंता नही थी।

चालान मिलते ही चकराया : उधर, नागपुर पुलिस का चालान जब हनीत के घर पहुंचा तो वह भी चकरा गया, क्योंकि उसकी कार कभी नागपुर आई ही नहीं। उसने नागपुर पुलिस के यातायात विभाग में शिकायत की कि उसके नंबर की दूसरी कार नागपुर में है। यातायात विभाग उस कार की तलाश में था। इस बीच साेनेगांव यातायात विभाग के हवलदार सुरेंद्र पगारे को उक्त कार अलंकार चौक में पूनम मॉल के सामने दिखी। ई-चालान मशीन से पड़ताल तो कार हनीत के नाम सामने आया। बरामद मोबाइल नंबर पर संपर्क िकया तो हनीत का कहना था कि उसकी कार नागपुर में नहीं, बल्कि मुंबई में है और उसके घर के सामने खड़ी है।

कहा-गलती हो गई, छोड़ दीजिए : उक्त कार को कब्जे में लेकर बजाज नगर थाना लाया गया। यश और उसके माता-पिता को थाने बुलाया गया। उन्होंने गलती के लिए क्षमा मांगी और छोड़ देने के िलए कहा। पुलिस का कहना था कि यह गलती नहीं है, सोची-समझी साजिश के तहत किया गया अपराध है और इसमें पूरे परिवार की सहमति थी। यश और उसके पिता के खिलाफ यातायात विभाग के मुखिया अर्चित चांडक के आदेश पर कार्रवाई की गई है।