
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पंजाब की सियासत में उथल-पुथल की स्थिति है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी को बड़ी हार मिली। ऐसे में पूर्व सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली चुनाव के नतीजों पर मंथन करना चाहिए था। लेकिन उन्होंने पंजाब विधायकों के साथ मंगलवार को मीटिंग की। जिसके बाद पंजाब की सियासत में हलचल मच गई।
कांग्रेस ने दावा किया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के 25 से 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा के बयान के बाद से यह खलबली मची है। उन्होंने ही दावा किया है कि पंजाब आम आदमी पार्टी के विधायक बगावत कर सकते हैं। दावा किया जा रहा है कि पंजाब के सीएम भगवंत मान भी पलटी मार सकते हैं।
सीएम भगवंत मान ने तोड़ी चुप्पी
बीते दिन केजरीवाल के साथ मीटिंग खत्म करने बाद सीएम भगवंत मान ने मीडिया के सामने कहा कि कांग्रेस पहले पंजाब में अपने विधायकों की गिनती कर लें। केजरीवाल के साथ मीटिंग करने के बाद भगवंत मान ने लोगों को संदेश दिया कि पंजाब में सब कुछ ठीक है।
बता दें कि, आम आदमी पार्टी की दिल्ली में सरकार गिरने के बाद पंजाब में सियासी हलचल पैदा हुई है। चर्चा है कि कांग्रेस पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा सकती है। वहीं, आम आदमी पार्टी के लिए भगवंत मान दूसरे एकनाथ शिंदे साबित हो सकते हैं। हालांकि, भवगंत मान ने इस सभी दावों को खारिज किया है।
साल 2022 में एकनाथ शिंदे शिवसेना के कई विधायकों को अपने पाले में लेकर गए थे। जिसके चलते महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई थी। अब माना जा रहा है कि भगवंत मान भी ऐसा ही दांव अपनी पार्टी के लिए चल सकते हैं।