
Jabalpur News: वाराणसी से चलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस जाने वाली गाड़ी संख्या 22178 महानगरी सुपरफास्ट के एसी कोच के एक्सल का कवर प्लेट गिरने से महानगरी एक्सप्रेस जाम हो गई। इस दौरान वह करीब 4 घंटे उचेहरा स्टेशन में खड़ी रही। यहाँ सुधार कार्य के बाद आगे रवाना हो सकी।
इस दौरान शाम 7 बजे जबलपुर आने वाली यह ट्रेन देर रात तक मुख्य स्टेशन पहुँची। यहाँ कोच बदलने के बाद ट्रेन आगे रवाना की गई। आश्चर्य की बात तो यह है कि इस दौरान तक स्टेशन पहुँचे यात्रियों को भी जानकारी नहीं मिल पा रही थी कि आखिर ट्रेन कब तक आएगी।
स्टेशन पर मौजूद अधिकारी भी इस बात की सही जानकारी नहीं दे पा रहे थे। जिससे घंटों यात्रियों काे इंतजार करना पड़ा। बताया जाता है कि यह ट्रेन वाराणसी से तो अपने निर्धारित समय 10 बजे ही रवाना हुई। इसके बाद आगे के स्टेशनों पर भी सही समय पर पहुँचती रही। मगर प्रयागराज छिवकी के बाद से ट्रेन की रफ्तार धीमी होती चली गई।
यहाँ प्लेटफाॅर्म पर ट्रेन के इंतजार में बैठे रहे यात्री
महानगरी सुपरफास्ट ट्रेन का जबलपुर पहुँचने का समय शाम 7 बजे का है जिसके चलते बड़ी संख्या में यात्री काफी पहले से ही मुख्य स्टेशन पर पहुँच गए। यहाँ आने के बाद पता चला कि ट्रेन निर्धारित समय से देरी से चल रही है, मगर यह कितनी देरी से आएगी, इसकी वास्तविक जानकारी नहीं होने से यात्री प्लेटफाॅर्म में ही ट्रेन का इंतजार करते रहे।
जो यात्री स्टेशन के काफी करीब रहते हैं उन्होंने रेलवे के एप में ट्रेन की लोकेशन जब उचेहरा में खड़ी देखी तो वह अपने घर चले गए। मगर दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ट्रेन आने की सही जानकारी और समय का पता नहीं चलने से वह प्लेटफाॅर्म में ही ट्रेन आने का इंतजार करते रहे।
मानिकपुर स्टेशन से एक घंटा देरी से छूटी| बताया जाता है कि यह ट्रेन मानिकपुर स्टेशन पर दोपहर तीन बजे पहुँचती है और 3.10 पर यहाँ से रवाना हो जाती है मगर इसकी रफ्तार इतनी धीमी रही कि यह मानिकपुर स्टेशन पर 4.21 बजे यानी एक घंटा देरी से पहुँची और यहाँ से 4.35 बजे रवाना हो सकी। इसके बाद सतना स्टेशन पर आकर खड़ी हो गई।
जाँच में पता चला कि कवर प्लेट गायब थी| बताया जाता है कि ट्रेन की रफ्तार लगातार धीमी होने पर उचेहरा स्टेशन पर इसके पहुुँचते ही जाँच की गई तो पता चला कि फर्स्ट क्लास के कोच में लगे एक्सल का कवर प्लेट गायब था जो कहीं गिर गया था।
इसके कारण लोड जाम होने लगा और प्रेशर न बनने की समस्या आने लगी। शाम पौने पाँच बजे उचेहरा पहुँचने वाली यह ट्रेन करीब 6 बजे स्टेशन पहुँची। यहाँ सुधार कार्य प्रारंभ किया गया जो रात 9 बजे तक चलता रहा। सुधार कार्य के बाद इसे जबलपुर के लिए रवाना किया गया।