
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के दिए गए बयान पर आपत्ति जताते हुए उसको गलत ठहरा दिया है। जिसमें उन्होंने कहा था कि हर जगह मंदिर ढूंढने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि, अतीत में हिंदू समाज के साथ बहुत ही सारे अत्याचार हुए हैं। लेकिन हिंदुओं के धर्मस्थलों को भी काफी तोड़ा-फोड़ा गया है। इसलिए अगर हिंदू समाज अपने मंदिरों का उद्धार कर रहे हैं। साथ ही उसको बनाना चाहता है तो इसमें गलत क्या है। अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि, अतीत में अक्रामकताओं की तरफ से तोड़े गए मंदिरों की सूची बनाकर उनका एएसआई से सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए।
बीआर अंबेडकर पर बयान
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर राजनीति तेज हो गई है। ऐसे में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि सांसद में धक्का मुक्की प्रकरण की वजह से अमित शाह का संसद में अंबेडकर पर बयान दिया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि, इन्हें अंबेडकर के नाम से परेशानी होती है। साथ ही उन्होंने कहा है कि देश में अंबेडकर की विचारधारा के लोग बहुत ही ज्यादा हैं। इसलिए हर कोई अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बांग्लादेश हिंसा की करी निंदा
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि, भारत में अवैध रूप से रहने वाले 8 करोड़ बांग्लादेशियों को लेकर केंद्र सरकार को सख्त रुख अपनाना चाहिए। उनको वापस से बांग्लादेश भेजना चाहिए। जब 8 करोड़ बांग्लादेशी अपने देश वापस जाएंगे तब उनको अक्ल आएगी। इन सबके अलावा भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने अन्य मुद्दों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।