अमेरिका ने बनाया वीजा खत्म करने का प्लान, तीन लाख से भी ज्यादा स्टूडेंट्स को पड़ सकता है भारी!

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राज्य अमेरिका की कांग्रेस में एक बिल पास किया गया है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए चिंता पैदा हो गई है। खासकर सांइस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ कोर्स करने वाले छात्र शामिल हैं। बता दें, इस बिल में ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग को खत्म करने की मांग की है। जो कि एक वर्क अथॉराइजेशन प्रोग्राम है, जो कि उनको ग्रेजुएशन के बाद तक तीन साल देश में रहने की इजाजत देता है। 

मिली जानकारी के मुताबिक, इस कदम से अमेरिका में हजारों भारतीय छात्रों के करियर की संभावनाओं पर काफी ज्यादा असर पड़ेगा। जो कि प्रोफेशनल एक्सपीरियंस को पाने और लंबे समय के रोजगार वीजा ट्रांजिट के लिए भी ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर ही आधारित होता है। 

कितने छात्रों ने लिया ओपीटी में भाग?

ओपन डोर्स की साल 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत 2023-24 के शैक्षणिक साल के समय संयुक्त राज्य अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए टॉप मूल देश के रूप में सामने आया है। उसमें 3 लाख से भी ज्यादा छात्र थे, जो कि पिछले साल की तुलना में 23 प्रतिशत तक की बढ़त है। इसमें से करीब 90 हजार से ज्यादा छात्रों ने ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में हिस्सा लिया है, जो कि 41 प्रतिशत तक की बढ़त को दिखा रहा है। 

एफ-1 और एम-1 वीजा वालों को परेशानी

वैसे तो ओपीटी रद्द करने के पहले प्रयास तो कामयाब नहीं हो पाए हैं, लेकिन ये विधेयक वर्तमान प्रशासन के तहत अप्रवासी विरोधी नीतिगत कार्रवाईयों के बीच ही देखने को मिल गया है। ये सामूहिक निर्वासन और सख्त वीजा कंट्रोल के अलावा ट्रंप के चुनाव के अभियान के बीच किए वादों का एक हिस्सा है। इसके चलते मौजूदा एफ-1 और एम-1 वीजा वालों को परेशानी हो सकती है। रिपोर्ट में सामने आया है कि, उनमें से कई सारे अब इमरजेंसी में ही ऐसे कामों के लिए आवेदन कर रहे हैं जो उनको अपने स्टेटस को एच-1बी वीजा को बदलने में मददगार हो सकता है। बता दें, इसको अमेरिका के प्रमुख लोगों औऱ भातीय टेक फार्मों की तरफ से ही समर्थित किया जाता है। 

एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

रिपोर्ट में इमिग्रेशन लॉ फर्म लॉक्वेस्ट के संस्थापक पूर्वी चोथानी ने अपनी राय रखते हुए कहा है कि, ओपीटी छात्रों को स्नातक होने के बाद एक साल के लिए अमेरिका में नौकरी ढूंढने की अनुमति देता है और इसको दो साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। लेकिन उसके लिए आपके एसटीएम स्नातक हों और किसी जाने माने अमेरिका के नियोक्ता के साथ काम कर रहे हों। 

अन्य देशों में अवसर के लिए आगे बढ़ना चाहिए- एक्सपर्ट

उन्होंने आगे कहा कि, ‘अगर बिल पास होता है तो ओपीटी खत्म हो सकता है और दूसरे वर्क वीजा में जाने का भी ऑप्शन नहीं होगा। ऐसे में स्टूडेंट्स को तुरंत ही अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है।’ उन्होंने इसलिए राय देते हुए आगे कहा कि, ‘छात्रों को अब लॉटरी में चयनित होने पर एच-1बी वीजा की तरफ आगे बढ़ना चाहिए और अन्य देशों में भी अवसरों पर सोचना चाहिए।’