पंकजा ने कहा – मैं वंचितों, दलितों और गरीबों को परेशान करने वालों का हिसाब करूंगी

Mumbai News : भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटील पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव दूर नहीं है। राज्य भर में वंचितों, दलितों, पीड़तों और गरीबों को कोई परेशान करने की कोशिश किया तो मैं उसका हिसाब करूंगी। पंकजा ने कहा कि मैं समाज के वंचित और पीड़ित लोगों के लिए काम करने के लिए राजनीति में हूं। मैं ऐसे लोगों के लिए काम करने वालों के साथ मजबूती से खड़ी रहूंगी। लेकिन मैं जाति पर सवार होने वालों के साथ खड़ा नहीं रह सकती हूं। शनिवार को भाजपा विधायक पंकजा ने बीड़ के पाटोदा तहसील के सावरगाव घाट गांव के भगवानगड पर दशहरा रैली को संबोधित करेंगे। सावरगाव संत भगवानबाबा का जन्मस्थल है। रैली में राकांपा (अजित) के नेता तथा प्रदेश के कृषि धनंजय मुंडे समेत भाजपा के कई विधायक शामिल हुए। रैली में ओबीसी आरक्षण कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके ने भी हिस्सा लिया। हाके और मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटील एक-दूसरे के विरोधी माने जाते हैं। माना जा रहा है कि इसी के चलते पंकजा ने हाके को अपने मंच पर भाषण करने का मौका दिया। रैली में पंकजा ने कहा कि मैं अधिकारियों को गोपनीय चरित्रावली (सीआर) देखकर काम देने वालों में से हूं। मैं अधिकारियों की जाति देखकर काम देने वाले की औलाद नहीं हूं।मैं किसी से डरती नहीं, रात के अंधेरे में किसी से मिलती नहीं

पंकजा ने कहा कि मैं किसी से डरती नहीं हूं। मैं किसी को रात के अंधेरे में नहीं मिलती हूं। मैं राजनीति से चिपकर बैठने वालों में से नहीं हूं। मैं घर भरने के लिए राजनीति में नहीं हूं। पंकजा ने कहा कि मैंने राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए निधि आवंटन में कभी किसी गांव के साथ भेदभाव नहीं किया। लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनाव में मुझे हार का सामना करना पड़ा। हमें इस हार की भरपाई करनी है। लेकिन लोकसभा चुनाव में हार से निराश और गुस्से में नहीं हूं।

12 सालों के तप के बाद रैली में आया हूं- धनंजय मुंडे

प्रदेश के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि मैं 12 सालों के तप के बाद पंकजा की ओर से आयोजित दशहरा रैली में शामिल हुआ हूं। पिछले कई वर्षों तक पंकजा से मेरे मतभेद थे। लेकिन मैंने कभी पंकजा के समानांतर दशहरा रैली आयोजित करने का मन में भी विचार नहीं आया। इस दौरान धनंजय ने नाम लिए बैगर मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटील पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी लोग एकजुट रहे तो इस दशहरा रैली की पवित्रता को कोई नया दशहरा सम्मेलन शुरू करके खत्म नहीं कर सकता है।

पंकजा ने बेटे आर्यमन का कराया परिचय

पंकजा ने मंच पर बैठे बेटे आर्यमन को अपने पास बुलाकर परिचय कराया। उन्होंने कहा कि आर्यमन भगवानबाबा का दर्शन करने आए हैं। मेरे लिए आर्यमन प्रिय हैं। लेकिन मैंने आर्यमन से कहा कि आपसे ज्यादा मुझे बीड़ की जनता प्रिय है। क्योंकि मेरी चीनी मिल पर जब जीएसटी का छापा पड़ा था, तब यहां के लोगों ने 12 करोड़ रुपए जमा किया।