
Satna News: शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मंगलवार को की गई मैराथन मीटिंग के बाद ट्रैफिक पुलिस सडक़ों पर उतरकर लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन बस, ऑटो और फोर-व्हीलर चलाने वाले सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसका एक नमूना गुरुवार सुबह सर्किट हाउस चौक पर दिखा, जब सतना से छतरपुर जा रही विजय ट्रेवल्स की बस के ड्राइवर ने एक दिन पहले हुए चालान के बावजूद सबक न सीखते हुए चौराहे पर नो-पार्किंग जोन में सवारी बैठाने के लिए गाड़ी रोक दी।
यह देखकर जब ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी कार्रवाई करने पहुंचे तो ड्राइवर-कंडक्टर बहस पर उतारू हो गए और मांगने के बावजूद लाइसेंस प्रस्तुत नहीं किया। अंतत: बस को जब्त कर थाने ले जाने की चेतावनी के बाद दोनों के होश ठिकाने आए, पर तब भी मूल प्रति की बजाय ड्राइवर ने फोटोकापी ही दिखाई। ऐसे में 500 रुपए का अर्थदंड वसूल करते हुए अगली बार लाइसेंस की मूल प्रति साथ में रखने की हिदायत देकर छोड़ा गया।
चालान के बाद फिर तोड़ा रूल
मगर नियम-कायदों को ठेंगे पर रखने वाले विजय बस के कर्मचारियों ने चौराहे से आगे बढक़र ओवर ब्रिज पर सवारी बैठाने के चक्कर में गाड़ी रोक दी। इसी तरह अन्य बसों के मालिक और स्टाफ मनमानी पर उतारू हैं, जिसके चलते ट्रैफिक को सुगम बनाने की कोशिशें सफल नहीं हो पा रही हैं।
दूसरे दिन 54 वाहन चालकों पर 24 हजार का अर्थदंड
डीएसपी संजय खरे और टीआई सुनीता पटेल के नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस ने लगातार दूसरे दिन कार्रवाई कर नो-पार्किंग में सवारी चढ़ाने-उतारने पर 4 बसों का चालान किया तो 8 फोर-व्हीलर और 8 ऑटो को जब्त करथाने लाए।
इनके अलावा हेलमेट नहीं लगाने, 3 सवारी बैठाने, नम्बर प्लेट से छेड़छाड़ करने पर 34 टू-व्हीलर चालकों पर अर्थदंड लगाया गया। इनसे कुल 24 हजार 5 सौ रुपए का समन शुल्क वसूल किया गया।