
Shahdol News: सेहत और समृद्धि की कामना को लेकर रविवार को जिले भर में आवंला नवमी (अक्षय नवमी) का पर्व उत्साह से मनाया गया। इस मौके पर महिलाओं ने आंवला के वृक्ष में सूती धागा बांधकर उसकी परिक्रमा की और उसके नीचे बैठकर परिजनों के साथ भोजन ग्रहण किया।
आंवले के वृक्ष की पूजा हल्दी, कुमकुम, अक्षत, पुष्प, चंदन आदि से की गई। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर अक्षय नवमी को लोगों ने पिकनिक के रूप में भी मनाया। रविवार को अवकाश होने की वजह से परिवार सहित जहां-जहां आंवला के वृक्ष मिले, वहां जाकर पूजा-अर्चना की।
माना जाता है कि आंवला नवमी के दिन द्वापर युग की शुरुआत हुई थी, और इसी दिन से वृंदावन की परिक्रमा की शुरुआत भी होती है।