
Panna News: जिले के अमानगंज तहसील अंतर्गत विक्रमपुर निवासी गीता बाई आदिवासी को अपने पति की मृत्यु के दो साल बाद भी संबल योजना की राशि नहीं मिल पाई है। आर्थिक रूप से कमजोर और चार छोटे बच्चों का भरण-पोषण करने में असमर्थ गीता बाई ने मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए सहायता की गुहार लगाई है। अपने आवेदन में गीता बाई ने बताया कि उनके पति स्वरूप आदिवासी का स्वर्गवास दो वर्ष पूर्व हो गया था। शासन द्वारा मिलने वाली संबल योजना की आर्थिक सहायता के लिए उन्होंने कई बार सरपंच और सचिव के चक्कर काटे और सभी आवश्यक दस्तावेज भी जमा किए। अधिकारियों ने उन्हें राशि दिलवाने का आश्वासन तो दिया लेकिन आज तक उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है।
गीता बाई ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि वह एक गरीब महिला हैं और उनके ऊपर चार छोटे बच्चों की जिम्मेदारी है। आर्थिक तंगी के चलते उन्हें भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कलेक्टर से निवेदन किया है कि उन्हें संबल योजना के तहत मिलने वाली राशि जल्द से जल्द दिलवाई जाए जिससे उन्हें कुछ आर्थिक सहारा मिल सके। जनसुनवाई में गीता बाई का आवेदन प्राप्त होने के बाद अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता दिखाता है और कब तक पीडित महिला को संबल योजना की राशि मिल पाती है। यह मामला सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में व्याप्त लापरवाही और हितग्राहियों को होने वाली परेशानियों को उजागर करता है।