
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग पश्चिमी एशिया के मुताबिक, अमेरिका में व्यापार संरक्षणवाद में आई तेज बढ़ोतरी अरब देशों की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ाने के साथ साथ बुरा असर डाल रही है, जिससे 22 अरब डॉलर मूल्य के गैर-तेल निर्यात को खतरा पैदा हो गया है। ईएससीडब्ल्यूए ने चेतावनी देते हुए कहा है कि खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक तेल कीमतों में तेज गिरावट के कारण बढ़ते वित्तीय तनाव का सामना कर रही हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, जॉर्डन सबसे कमजोर स्थिति में है, क्योंकि उसके करीब एक चौथाई सामान यूएस को भेजे जाते हैं। बहरीन को भी चिन्हित किया गया है, क्योंकि वह यूएस को एल्यूमीनियम और रासायनिक पदार्थों का एक्सपोर्ट करता है। संयुक्त अरब अमीरात को करीब 10 अरब डॉलर के अमेरिकी सामानों के फिर से निर्यात में रुकावट आ सकती हैं।
आपको बता दें ईएससीडब्ल्यूए की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब इस महीने की शुरुआत में ट्रंप ने व्यापक विरोध के बीच अपने व्यापारिक साझेदारों पर तथाकथित ‘पारस्परिक टैरिफ’ लगाने के कार्यकारी आदेश पर साइन किए। ट्रंप ने पहले कहा था जो देश यूएस के साथ 9 जुलाई तक कोई समझौता नहीं कर पाते, उनके प्रोडक्ट पर घोषित पारस्परिक टैरिफ लागू कर दिए जाएंगे।