तीसरी आंख की निगहबानी से महरूम दो मुख्य तहसीलें

Jabalpur News: जिले की दो मुख्य तहसीलें सिहोरा एवं पाटन की डिजिटल तौर पर निगरानी के लिए यहां सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव तैयार कर बाकायदा सर्वे भी कराया गया था। सर्वे कर संवेदनशील, व्यापारिक और आवश्यक स्थानों को चिन्हित कर सीसीटीवी कैमरे लगाने संबंधी फाइल तैयार कर पुलिस मुख्यालय भोपाल भेजी गई, लेकिन मुख्यालय में प्रस्ताव अटककर रह गया, जिसके चलते दोनों तहसीलों की निगरानी डिजिटली तौर पर संभव नहीं हो पा रही है।

जानकारों की मानें तो मौजूदा समय में शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड पुलिस कंट्रोल रूम आती है। यहीं पर उनकी रिकॉर्डिंग भी होती है और इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाकर इन तहसीलों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाकर उनकी लाइव फीड कंट्रोल होनी थी। इससे संपूर्ण क्षेत्र की निगरानी आसान हो पाती, तो वहीं अपराध और अपराधियों पर भी शिकंजा कसा जा सकता था, लेकिन अभी तक ऐसा हो नहीं सका है।

निजी कैमरों के भरोसे सुरक्षा

सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के कारण मौजूदा समय में अधिकांश वारदातें संबंधित फुटेज के माध्यम से सुलझ रही हैं, लेकिन सिहोरा व पाटन तहसीलों में पुलिस को प्राइवेट सीसीटीवी कैमरे के भरोसे ही रहना पड़ रहा है। इस दौरान यदि कोई वारदात या घटना हो जाए तो पुलिस आम लोगों के घरों व दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालती है। इस दौरान कई बार परेशानियों का सामना भी उन्हें करना पड़ता है, पुलिस मुख्यालय की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते सीसीटीवी कैमरे लगना आज भी सपना बना हुआ है।

आधुनिक समय में डिजिटली निगरानी की जा सके, इसके लिए सिहोरा एवं पाटन सहित कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही वहां सीसीटीवी लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

सूर्यकांत शर्मा, एएसपी ग्रामीण

फैक्ट फाइल

वर्तमान में यह है स्थिति

सीसीटीवी कैमरे 615

कुल स्थान 125

फिक्स कैमरे 480

पीटीजेड कैमरे 125

एएनपीआर कैमरे 04

ड्रोन कैमरे 06

कहां कितने लगने थे कैमरे

तहसील कैमरे लोकेशन

सिहोरा 290 42

पाटन 180 25