
Bhandara News चांदपुर पर्यटन स्थल में उत्पात मचाने वाले बाघिन को पकड़ने में वनविभाग को आखिरकार सफलता मिली। पिछले करीब एक माह से बाघिन ने इस परिसर में उधम मचाया था। 13 अप्रैल को फिर से इस परिसर में बाघिन नजर आयी थी। जिससे नागरिकों में भी दहशत फैली। जिसके चलते बाघिन को 15 अप्रैल को वन विभाग ने पकड़ा और जांच के बाद उसे दूसरे दिन जंगल में छोड़ा गया।
तुमसर तहसील में बड़े पैमाने पर ग्रीष्मकालीन धान की फसल उगाने वाले किसानों को भी बार-बार खेतों में फसल देखने के लिए जाना पड़ता है। बाघिन के चलते किसानों में दहशत का माहौल बना था। 13 अप्रैल को मुरली में घुसकर गाय और उसके बछड़े की शिकार की घटनाएं सामने आईं। चांदपुर, सोंड्या, वारपिंडकेपार, टेमणी, बिनाखी, शोदेपुर, मुरली, सोनेगांव, दावेझरी व सक्करधरा ऐसे जंगलव्याप्त गांवों में दहशत फैली है। वनविभाग के अधिकारियों इस मामले का संज्ञान लेकर बाघिन का बंदोबस्त किया जाए। ऐसी मांग की गई थी। जिसका संज्ञान लेकर 15 अप्रैल को आधी रात को मुरली खेत परिसर में बाघ को पकडा गया। वन विभाग की इस कार्रवाई में चांदपुर समेत जंगल व्याप्त के नागरिक नागरिक भयमुक्त हुए है।
प्राकृतिक अधिवास में छोड़ा वन विभाग ने इस मामले में चांदपुर परिसर में हंगामा मचाने वाले बाघिन को प्राकृतिक अधिवास में छोड़ा है। -सी.जी. रहांगडाले, वनपरिक्षेत्र अधिकारी तुमसर