
New Delhi News. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) श्रमिकों की मजदूरी न बढ़ाए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी नहीं बढ़ाना कामगारों के साथ अन्याय है। ये मनरेगा श्रमिकों के अधिकारों पर कुल्हाड़ी चलाना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मनरेगा श्रमिकों के लिए रोजाना 400 की न्यूनतम मजदूरी तय करने और साल में कम से कम 150 दिन काम देने की मांग पर अडिग है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने गुरुवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर कहा कि हाल ही में संयुक्त संसदीय समिति ने मनरेगा श्रमिकों की रोजाना मजदूरी को 400 रूपए करने की सिफारिश की थी। वर्ष 2023 में बनी अमरजीत सिन्हा की उच्च स्तरीय समिति ने भी मजदूरी और मनरेगा का बजट बढ़ाने का सुझाव दिया था। पर गरीब विरोधी मोदी सरकार, एक के बाद एक मनरेगा मजदूरों पर जुल्म ढाने पर उतारू है।
खड़गे ने कहा कि केंद्र ने तकरीबन 7 करोड़ पंजीकृत वर्करों को मनरेगा से आधार (यूआईडीएआई) आधारित भुगतान की शर्त लगा कर बाहर कर दिया है। इसके साथ ही पिछले 10 वर्षों से मनरेगा बजट का पूरे बजट के हिस्से में सबसे कम आवंटन किया है। ऐसा कर के मोदी सरकार ने मनरेगा पर लगातार चोट मारने का काम किया है।