
Bhandara News तुमसर के एसडीओ एवं तहसीलदार के निलंबन की कार्रवाई को केवल दो तीन दिए ही हुए कि यहां के ग्रीन जोन एवं इंडस्ट्रियल जोन के साथ अमेनिटी (कमर्शियल जोन) में भूखंड बनाना, उनकी बिक्री करने के मामलों की जांच होने वाली है। साथ ही राजस्व विभाग, नगरपरिषद एवं भूमि अभिलेख के दस्तावेजों की जांच होगी ऐसी विश्वसनीय जानकारी है। सिंचाई विभाग यह कार्रवाई करने के लिए आगे आया है। ऐसी पुख्ता जानकारी है।
तुमसर शहर के चारों ओर बावनथड़ी प्रकल्प की वितरिकाएं हैं। जिसके कारण यह परिसर नियमों के अनुसार ग्रीन जोन में आाता है। कुछ परिसर इंडस्ट्रियल जोन में आता है तो कुछ परिसर कमर्शियल जोन में आता है। जिसके कारण परिसर में भूखंड बनाने के लिए संबंधित विभाग की जानकारी लेनी पड़ती है। किंतु यहां बावनथड़ी प्रकल्प विभाग की किसी भी तरह की अनुमति नहीं ली। बावनथड़ी विभाग ने प्रकल्प की जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को दी है। जिससे कार्रवाई की संभावना बनी है। राज्य के सिंचाई विभाग ने तुमसर का मामला गंभीरता से लिया है। ग्रीन एवं इंडस्ट्रियल जोन में कैसे भूखंड बनाएं। अन्य विभागों ने कैसे जानकारी दी। इसकी भी जांच होने वाली है। जिसमें भूमि अभिलेख, राजस्व विभाग, नगरपरिषद प्रशासन की इस मामले में अनुमति दी क्या इसकी पूरी जांच होगी।
जानकारी देने में आनाकानी : इस विषय में सूचना के अधिकार के अंतर्गत संबंधित कार्यालयों को जानकारी मंगवाई गई थी। किंतु जानकारी नहीं मिलती। पहली अपील के पश्चात सुनवाई एवं अगले चरण में फिर से अपील करने के लिए संबंधित विभागों द्वारा सूचित किया जाता है। जिससे इस प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ तो नही ऐसी आशंका उपस्थित हो रही है। कुछ भूखंड विक्रेताओं के पैसे किए वापस : तुमसर शहर परिसर में भूखंड खरीदी करने के लिए कुछ लोगों ने एडवान्स राशि दी थी। रजिस्ट्री नही हो रही जिसके कारण अब कुछ भूखंड विक्रेताओं को खरीददारों को पैसे लौटाने की नौबत आयी है।