
Nagpur News. दंपति ने बेटी की मदद से करीब दर्जनभर बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 90 लाख रुपए से ठग लिया। आरोपियों के खिलाफ शहर में दाखिल हुआ यह दूसरा प्रकरण है। नंदनवन पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। आरोपियों में वामन भुलाराम डंभारे (60), उसकी पत्नी कलावती (55), दोनों चंद्रपुर जिले के तुकुम और पुत्री वैशाली चंद्रभान वाडुले (34), रायगढ़ जिले की मानगांव निवासी है। वामन डंभारे डब्ल्यूसीएल के दुर्गापुर स्थित कार्यालय में बतौर ऑपरेटर था। उस समय करीब तीन चार वर्ष पहले उसकी मुलाकात रमना मारोती नगर, नागपुर निवासी हेमंत रामचंद्र पाटील (47) से हुई। बड़े अधिकारियाें से जान-पहचान होने का हवाला देकर वामन ने हेमंत को महाजेनको में नौकरी लगाने का झंासा दिया और उसके लिए कुछ खर्च आने की बात कही। झांसे में आकर हेमंत ने वामन को ऑनलाइन व नकद 13 लाख रुपए दिए। उसके बाद हेमंत ने यह बात रिश्तेदार व मित्रों को बताई। पश्चात तीनों आरोपियों ने नौकरी के बारे में अलग-अलग कहानियां बताकर उन्हें ठगने की योजना बनाई। 1 मार्च से 30 अक्टूबर 2022 के बीच आरोपियों 12 लोगों से 90 लाख रुपए ठग लिए।
नौकरी नहीं मिली तो चेक थमाए, जो बाउंस हो गए
लाखों रुपए देने के बाद भी जब पीड़ितों को नौकरी नहीं मिली, तो उन्हें चेक थमाए गए, जो बाउंस हो गए। मामले को लेकर हंगामा होने पर मामला पुलिस के पास पहुंचा। कुछ दिन पहले बेलतरोड़ी थाने में भी आरोपियों के खिलाफ इसी तरह का मामला दर्ज हुआ है। जिसमें आरोपियों की संख्या ज्यादा है। जांच जारी है।