
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने वाले सपा विधायक अबू आजमी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पहले उनको विधानसभा से निलंबित कर दिया गया और अब महाराष्ट्र सीएम फडणवीस ने उन्हें जेल में भेजे जाने की बात कही है। दरअसल, बजट सत्र के दौरान सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में कहा कि औरंगजेब की प्रशंसा करने पर अबू आसिम आजमी को ‘शत प्रतिशत’ जेल में डाला जाएगा। वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि औरंगजेब की तारीफ मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज का अपमान है।
बयान वापस लेने के बावजूद लिया एक्शन
विधानसभा से संस्पेंड किए जाने पर अबू आजमी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उन्हें विवादास्पद बयान वापस लेने के बाद भी दंडित किया गया है। बुधवार को विधान परिषद में शिवसेना (यूबीटी) के मेंबर अंबादास दानवे ने फडणवीस से सवाल किया कि सपा विधायक की टिप्पणी पर उन्हें जेल क्यों नहीं भेजा गया। जिस पर सीएम ने कहा कि मुंबई के मानखुर्द-शिवाजी नगर से विधायक आजमी को ‘‘शत प्रतिशत’’ जेल में डाला जाएगा।
ठाकरे ने की स्थायी निलंबन की मांग
शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष और विधानसभा परिषद के सदस्य उद्धव ठाकरे ने अबू आजमी को विधानसभा से स्थाई निलंबित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसी को भी देश के नायकों के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाए। ठाकरे ने मांग की कि उन्हें (आजमी को) स्थायी रूप से (विधानसभा से) निलंबित किया जाना चाहिए।
क्या था आजमी का बयान?
छावा मूवी पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमा) तक फैली हुई थी। हमारी जीडीपी विश्व की जीडीपी का 24 प्रतिशत थी और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। वहीं औरंगजेब और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर आजमी ने कहा था कि वह एक राजनीतिक लड़ाई थी।