
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में सोमवार को बजट पेश किया गया। इसके बाद राज्य में विपक्ष के नेताओं ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। इस बीच पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश सरकार को घेरा। कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने एक्स पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सीमांचल और कोसी के साथ हकमारी क्यों?
पप्पू यादव ने नीतीश सरकार को घेरा
पप्पू यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- नीतीश सरकार को कोसी सीमांचल से एकमुश्त जनादेश मिलता रहा है, 2020 में नीतीश जी की सरकार कोसी सीमांचल के बदौलत बनी पर सीमांचल कोसी के साथ हकमारी क्यों? लगभग 4 करोड़ आबादी है तो बजट का एक तिहाई यहां खर्च होना चाहिए, मतलब 3 लाख 17 हजार करोड़ में से 105,666 करोड़ सीमांचल कोसी को मिले!
इसके अलावा पप्पू यादव ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा- तीन लाख करोड़ से अधिक का बजट लेकिन बिहार की रचनात्मक उन्नति के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए पूरे देश में सरकारें प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। बिहार के बजट में उनके लिए फूटी कौड़ी नहीं दी गई! यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
बिहार विधानसभा में सोमवार (3 मार्च) को वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने साल 2025-26 का बजट पेश किया। बिहार के लिए कुल 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है। महिलाओं और स्वास्थ और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष तौर पर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार वित्तीय साल 2025 और 2026 में शिक्षा पर 60 हजार 954 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य पर 20 हजार 335, ऊर्जा के लिए 13 हजार 483 करोड़ और ग्रामीण विकास पर 16 हजार 193 रुपये खर्च किया जाएगा।
बिहार के लिए बड़ी घोषणा
– बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये
– बिहार के सभी जिलों में आधुनिक बस स्टैंड
– बाजार समितियों का सशक्तिकरण
– बिजली कंपनियों के प्रोजेक्ट्स के लिए 395 करोड़ रुपये
– परिवहन सेवा के लिए तीस करोड़ रुपये
– महिलाओं के लिए पिंक शौचालय
– गरीब लड़कियों की शादी के लिए मंडप का निर्माण
– बिहार के प्रमुख शहरों में काम कर रही महिलाओं के लिए छात्रावास की स्थापना
– महिलाओं के लिए जिम जिसमें होंगी महिला ट्रेनर
– बनाए जाएंगे प्रवाइवेट मेडिकल कॉलेज
– 108 चिकित्सा केंद्रों की शुरुआत
– ज्यादा रिछड़े छात्रों के लिए दुगनी स्कॉलरशिप
– अगर महिलाएं ई-रिक्शा लेती हैं तो उसके लिए मदद राशि प्रदान की जाएगी
– थाने के पास मिलेंगे महिला सिपाहियों को घर
– बिहार में 4 घंटे के अंदर सफर का टारगेट
– एजुकेशन डिपार्टमेंट के लिए 60974 करोड़ रुपये
– महिलाओं के लिए पिंक बस जिसमें महिला ड्राइवर-कंडक्टर होंगी मौजूद