
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड स्थित चमोली के माणा में शुक्रवार (28 फरवरी) को आए एवलांच में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू का काम आज तीसरे दिन भी जारी है। बचाव कार्य की जानकारी देते हुए डिफेंस पीआरओ ने बताया कि अब तक एवलांच में फंसे 54 में से 53 मजदूरों को निकालाजा चुका है, इनमें से सात की मौत हो चुकी है। अभी भी एक की तलाश की जा रही है।
इससे पहले मौसम साफ होने के बाद रविवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु हुआ। ड्रोन, रडार सिस्टम, स्निफर डॉग, विक्टिम लोकेटिंग और थर्मल इमेज कैमरा से एवलांच में फंसे मजदूर को तलाशा जा रहा है।
आर्मी और वायुसेना के अलावा ITBP, BRO, SDRF और NDRF के 200 से ज्यादा जवान भी घटनास्थल पर बर्फ की मैनुअल खुदाई करके लापता मजदूर की तलाश में लगे हुए हैं। ITBP, BRO, SDRF और NDRF के 200 से ज्यादा जवान भी घटनास्थल पर बर्फ की मैनुअल खुदाई करके लापता मजदूर की तलाशी में लगे हुए हैं।
एक मजदूर की स्थिति गंभीर
रेस्क्यू किए गए अधिकतर मजदूरों को जोशीमठ के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां पैनलिस्ट डॉक्टरों की टीम सभी मजदूरों का इलाज कर रही है। रेस्क्यू किए गए मजदूरों में से एक की हालत क्रिटिकल है, जिस वजह से उसे ऋषिकेश AIIMS रेफर किया गया है।
बता दें कि जो 54 मजदूर एवलांच में फंसे थे उनमें से बिहार, यूपी और उत्तराखंड के 11-11, हिमाचल प्रदेश के 6, जम्मू-कश्मीर और पंजाब के 1-1 मजदूर शामिल हैं। इससे पहले उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसा स्थल का दौरा किया और मजदूरों से मुलाकात की। उन्होंने पीएम मोदी से भी बात की और उन्हें बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी।