
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले अगस्त में हुए तख्तापलट के बाद से ही बांग्लादेश में हालता बदतर हो गए हैं। अल्पसंख्यकों पर पड़ोसी मुल्क में लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। इस बीच देश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों के हमले में मारे गए पुलिसकर्मियों की विधवाओं के साथ वर्चुअल संवाद में उन्होंने बांग्लादेश में दिनोंदिन बढ़ रहीं आतंकवादी गतिविधियों की निंदा की। इसके साथ ही कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस ने देश को एक आतंकवादी राज्य में बदल दिया है।
शेख हसीना ने आगे कहा कि यह सरकार को गिराने के लिए उसी साजिश का हिस्सा है, जिसके तहत धानमंडी में बांगबंधु मेमोरियल (राष्ट्रपिता शेख मुजीब के ऐतिहासिक निवास) को ध्वस्त किया गया। बता दें कि छात्र आंदोलन के समय प्रदर्शनकारियों ने सिराजगंज में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया था। इस दौरान दर्जनों पुलिसकर्मी मारे गए थे। पूर्व पीएम ने कहा कि “मैं लौटूंगी और हमारे पुलिसकर्मियों की मौतों का बदला लूंगी।”
उन्होंने यूनुस सरकार को घेरते हुए कहा कि अंतरिम सरकार में एक छात्र नेता का कहना है कि बिना पुलिसकर्मियों की हत्या के कोई क्रांति नहीं होती। उन्होंने कहा कि हमें इस तरह की अराजकता को समाप्त करना है।
पुलिसकर्मियों की विधवाओं के साथ वर्चुअल संवाद में उन्होंने 5 अगस्त 2024 में हिंसा से अपनी जान के अनुभव को साझा किया जिससे वे दोबारा बांग्लादेश की जनता की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा, “अल्लाह ने मुझे दूसरी जिंदगी दी है और मैं मानती हूं कि यह किसी उद्देश्य के लिए है।”
देश की वर्तमान अर्थव्यवस्था को लेकर यूनुस सरकार की आलोचना करते हुए शेख हसीना ने कहा, “छह महीने से ज्यादा समय बीत चुका है, फिर भी हिंसा जारी है। अब मैंने सुना है कि वह ऑपरेशन डेविल हंट शुरू करेंगे। वह देश चलाने में असमर्थ हैं। अर्थव्यवस्था संकट में है, कानून और व्यवस्था बिगड़ रही है और सार्वजनिक सुरक्षा खतरे में है।”