
Jabalpur News: पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय की कुछ ही दूरी पर स्थित मदन महल स्टेशन पर रेल प्रशासन द्वारा 45 करोड़ रुपए खर्च करके यात्री सुविधाओं के संसाधन जुटाए गए हैं, जिनमें एक अतिरिक्त प्लेटफाॅर्म निर्माण, प्लेटफाॅर्म नंबर-2 को जबलपुर छोर की ओर 180 मीटर का विस्तार, सभी प्लेटफाॅर्मों पर कवर शेड का निर्माण, दोनों ओर स्टेशन भवन का निर्माण, नए एफओबी का निर्माण, कैरिज वाॅटरिंग की व्यवस्था के साथ ही नई पार्किंग, आरपीएफ बैरक और बुकिंग बिल्डिंग का निर्माण कराया गया है, मगर इनमें से अधिकांश तो यात्रियों के लिए उपयोगी साबित नहीं हो पा रही हैं।
लंबा समय बीत जाने के बाद भी नई बिल्डिंग में बुकिंग का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। इसके अलावा फुटओवर ब्रिज इतना लंबा बना दिया गया है कि उससे यात्रियों का सफर दुखदायी साबित हो रहा है। यात्रियों द्वारा अनेक बार रेल प्रशासन से शिकायत भी की गई मगर कोई फर्क नहीं पड़ा है।
सामुदायिक भवन की पार्किंग में गंदगी:
रेल प्रशासन द्वारा एक पखवाड़ा स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस दौरान स्टेशन परिसर और उसके सर्कुलेटिंग एरिया में सफाई कराने का दावा किया गया, मगर मदन महल स्टेशन के बाहर उत्सव सामुदायिक भवन की पार्किंग में हर तरफ गंदगी नजर आ रही है, बल्कि यहाँ तो जंगली पेड़-पौधे तक उग आए हैं। इस ओर रेल प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
प्री-पेड बूथ में लगा ताला:
यहाँ यात्रियों की सुविधा के लिए ऑटो प्री-पेड बूथ तक बनाया गया जो कुछ दिनों का कार्य करने के बाद बंद हो गया है। इस बूथ में ताला तक लग गया है। जिसके चलते यहाँ ऑटो चालकों द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है। वहीं कोई सिस्टम नहीं होने से ऑटो चालकों की धमाचौकड़ी भी मची रहती है।
अधिक लंबाई भी बनी परेशानी: रेलवे द्वारा यात्री सुविधा के नाम पर एफओबी का निर्माण कराया गया है, मगर इसकी लंबाई अधिक हाेने के कारण यह दुखदायी साबित हो रहा है। वहीं इसके प्रवेश द्वार में अतिक्रमण और गंदगी होने से यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।