कुछ देर बाद होगी ट्रंप और पीएम मोदी की मुलाकात, जानिए क्यों अहम है ये मुलाकात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के अमेरिका के दौरे पर हैं। आज वे भारतीय समयानुसार रात करीब 2.30 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात करेंगे।व्हाइट हाउस में इस मुलाकात के बाद कई ऐलान हो सकते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इस दोनों राष्ट्राध्यक्षों की इस द्विपक्षीय बैठक के बाद प्रेस स्टेटमेंट जारी किया जा सकता है। आइए जानते हैं उन वजहों को जिसके चलते पीएम मोदी और ट्रंप के बीच यह मुलाकात अहम हो जाती है।

अवैध अप्रवासी भारतीय मुद्दा

कुछ दिनों पहले अमेरिका से 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को भारत भेजा गया था। इस दौरान उनके हाथों और पैरों में हथकड़ी और बेड़ियां थीं। इसके वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष ने संसद में हंगामा किया था और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था।

बिजनेस और टैरिफ

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को टैरिफ किंग करार दे चुके हैं। उनका आरोप था कि भारत सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है। इसके साथ ही उन्होंने भारत पर टैरिफ लगाने की धमकी भी दी थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं की मीटिंग में टैरिफ को लेकर भी अहम बातचीत हो सकती है।

चीन का सामना

अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही ट्रंप चीन को अमेरिका का रणनीतिक प्रतिद्वंदी बताया था। वहीं भारत उत्तर और उत्तर-पूर्वी सीमा पर पहले ही चीन की चुनौती का सामना कर रहा है। इसके साथ ही इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में भी उसे चीन से चुनौती मिल रही है। ऐसे में चीन का सामना करने के लिए अमेरिका बेहतर सहयोगी हो सकता है।

अमेरिकी NSA माइकल वाल्ट्ज से की मुलाकात

इससे पहले पीएम ने अमेरिकी NSA माइकल वाल्ट्ज से मुलाकात की वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में हुई इस मुलाकात के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद सोशल मीडिया पर बताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘NSA माइकल वॉल्ट्ज से सार्थक मुलाकात हुई। वे हमेशा से भारत के अच्छे दोस्त रहे हैं। डिफेंस, टेक्नोलॉजी और सुरक्षा भारत-अमेरिका के रिश्तों की अहम कड़ियां हैं और हमने इन मुद्दों पर बहुत अच्छी चर्चा की। AI, सेमिकंडक्टर्स, स्पेस और कई अन्य सेक्टर्स में मजबूत साझेदारी की संभावनाएं मौजूद हैं।’

उनके बाद पीएम मोदी ने इलॉन मस्क से मुलाकात की। मस्क अपने परिवार के साथ भारतीय प्रधानमंत्री से मिलने ब्लेयर हाउस पहुंचे थे। इस दौरान उद्योगपति ने पीएम मोदी को तोहफे में स्मृति चिन्ह दिया। दोनों के बीच करीब 1 घंटे बातचीत हुई।