उम्मीदवारों को करनी पड़ेगी खासी मशक्कत, चुनाव प्रचार में बाधा बनेंगी दिवाली की छुट्टियां

Amrawati News   20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कराया जाएगा। मतदान के 48 घंटे पहले यानी 18 नवंबर को दोपहर 5.30 बजे अमरावती जिले की सभी 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी तोपें थमेंगीं। इससे पहले उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने, जांच, नामांकन वापसी और चुनाव चिन्ह के वितरण के बाद 4 नवंबर को शाम 5.30 बजे से अधिकृत चुनावी प्रचार शुरू होगा। इसी बीच, 1 नंवबर को दीपावली और 3 नवंबर को भाईदूज के बाद अधिकांश लोग दीपावली की छुट्टियां मनाने बाहरगांव जाते हैं। इस बार राज्य सरकार ने शाला महाविद्यालयों को 30 अक्टूबर से 14 नंवबर तक छुट्टियां घोषित कीं। उसमें 15 नंवबर को फिर एक दिन अवकाश घोषित है। 16 को शनिवार और 17 को रविवार रहने से बाहरगांव छुट्टियां मनाने गए 17 नंवबर तक घर वापस लौट आएंगे और 18 नंवबर को विधानसभा का चुनावी प्रचार शाम 5.30 बजे खत्म होगा। इस कारण दिवाली की छुट्टियांे में बाहरगांव जानेवाले मतदाताओं तक अपना चुनावी चिन्ह पहुंचाने उम्मीदवारों को काफी सर्कस करनी पड़ेगी।

उल्लेखनीयहै कि विविध राजनीतिक दलों ने दिवाली की छुट्टियों में मतदान पर असर न पड़े। इसका विचार कर मतदान की तारीख घोषित करने की मांग चुनाव आयोग से की थी। 26 नवंबर को राज्य विधानमंडल का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इस कारण 26 नवंबर तक नई सरकार का गठन होना महत्वपूर्ण रहने से आयोग ने महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान की तारीख घोषित की। इस कारण मतदान के समय लोग दिवाली की छुट्टियां मनाकर 17 नंवबर तक अपने घर लौट कर आएंगे, लेकिन दिवाली की छुट्टियाें में बाहरगांव गए मतदाताओं तक अपने पार्टी का एजेंडा, चुनावी घोषणापत्र और निर्दलीय उम्मीदवारों को अपना चुनावी चिन्ह तथा सभी उम्मीदवारों को ईवीएम मशीन पर उनका चिन्ह कौनसे नंबर पर है। यह मतदाताओं तक पहुंचाना काफी मुश्किल भरा साबित होगा। प्रशासनिक तौर पर उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल करने का काम दिवाली से पहले खत्म हो जाएगा।

फिर भी अधिकांश लोग दिवाली की तैयारी में जुट जाएंगे। इस कारण नामांकन भरते समय शक्ति प्रदर्शन में लाेगों की भीड़ जुटाने के लिए भी उम्मीदवार और उनके कार्यकर्ताओं को काफी कसरत करनी पड़ेगी। सही मायने में चुनावी प्रचार 4 नवंबर को शाम 5.30 के बाद आरंभ होगा। क्योंकि 4 नवंबर को दोपहर 3 बजे तक नामांकन वापसी, उसके बाद चुनावी मैदान में कायम उम्मीदवारों की अंतिम सूची घोषित होने के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह का वितरण किया जाएगा। 5 नंवबर से सही मायने में उम्मीदवारों का चुनावी प्रचार आरंभ होगा, लेकिन 3 नवंबर को भाईदूज के बाद अधिकांश लोग छुट्टियां मनाने बाहर जाएगे। इस कारण छुट्टिया में प्रचार करना उम्मीदवारों के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा।

गांव में सन्नाटा : वर्तमान स्थिति में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सोयाबीन कटाई का काम शुरू है। जिन किसानों ने देरी से बुआई की उनके खेतों में नवंबर माह में सोयाबीन कटाई और कपास चुनने का काम शुरू हो जाएगा। लक्ष्मीपूजन और भाईदूज के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के लोग खेती काम में व्यस्त होंगेे। जिससे अधिकांश किसान और खेत मजदूर दिनभर खेतों में व्यस्त रहने से गांव में सन्नाटा दिखाई देता है। इस स्थिति में शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेती काम के इन अतिव्यस्त जिले में मतदाताओं तक पहुंचने उम्मीदवारों को काफी परिश्रम करना होगा।