दस दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण से आत्मनिर्भर बनेंगे कैदी, लाभों पर मार्गदर्शन

Bhandara News स्टार स्वरोजगार वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के माध्यम से जिला कारागार में विचाराधीन बंदियों के लिए डेयरी व्यवसाय एवं वर्मी कम्पोस्ट (केंचुआ खाद) तैयार करने का दस दिवसीय प्रशिक्षण गुरूवार से प्रारंभ किया गया।

प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर जिला कारागार अधीक्षक देवराव आडे, जिला सूचना अधिकारी शैलजा वाघ डंडाले, बीओआई स्टार आरसीईटी भंडारा संस्थान के निदेशक मिलिंद इंगले, प्रशिक्षक पैगंबर गजभिये, कार्यालय सहायक चंद्रकांत हट्टीमारे और जिला जेल श्री साहू उपस्थित थे। इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण में गायों की विभिन्न नस्लों, उनके उपचार, दुग्ध उत्पाद, वर्मी कम्पोस्टिंग प्रक्रिया और व्यावसायिक लाभों पर गहन मार्गदर्शन दिया जाएगा। साथ ही प्रशिक्षुओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं और बैंक ऋण योजनाओं की जानकारी देकर आत्मनिर्भरता की दिशा दिखाई जाएगी।

कारागार अधीक्षक आडे ने कहा कि विचाराधीन कैदियों को कारागार में अपने समय का उचित उपयोग करने और भविष्य में रोजगार के अवसर प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए इस तरह की प्रशिक्षण दिया जाता है। मिलिंद इंगले ने स्टार आरसीईटी संस्थान की विभिन्न प्रशिक्षण गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने इस महत्व पर प्रकाश डाला कि कैसे मोबाइल रिपेयरिंग, ब्यूटी पार्लर, सिलाई, डेयरी व्यवसाय, बकरी पालन में प्रशिक्षण कई लोगों को स्वरोजगार का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सफल प्रशिक्षुओं को एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा और इस तरह उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंक ऋण प्राप्त करने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन कोच पैगंबर गजभिये ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन चंद्रकांत हत्तीमारे ने किया। इस प्रशिक्षण में 35 विचाराधीन कैदियों को मार्गदर्शन दिया जाएगा।