
Kanhan News. कन्हान शहर में कई वर्षों से सड़क किनारे अतिक्रमण कर व्यवसाय कर अपनी आजीविका चलाने वाले दुकानदारों पर नगर परिषद प्रशासन ने शनिवार को बुलडोजर की सहायता से अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई कड़े पुलिस बंदोबस्त में की। कार्रवाई के पूर्व प्रशासन द्वारा इन अतिक्रमणकरियों काे पांच दिन का शॉर्ट नोटिस दिया गया था। अचानक शनिवार को की गई कार्रवाई से नाराज दुकानदार सड़कों पर उतर आए और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। घटना से कुछ समय के लिए कन्हान शहर में तनाव का माहौल निर्माण हो गया था।
शनिवार को प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से न सिर्फ दुकानें हटाई गईं, बल्कि इससे परिवारों के खंभे भी ध्वस्त हो गए हैं। ब्रुकबांड कंपनी के सामने की गई कार्रवाई के दौरान सैकड़ों दुकानदारों ने प्रशासन का घेराव कर कुछ दिनों की मोहलत देने की गुहार भी लगाई। बावजूद इसके नगर परिषद प्रमुख और हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों द्वारा किसी भी तरह की चर्चा से परहेज करते हुए और सीधी कार्रवाई जारी रखी। जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान लोगों ने प्रशासन से कहा कि नौकरियां नहीं है तो हम कैसे जीवित रहेंेगे? अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान दुकानदार व्यापारियों के परिवार की आंखें नम देखी गईं।
दुकानदारों के अनुसार प्रशासन ने उनकी समस्या पर आंखें मंूद ली है। अतिक्रमण हटाने के लिए केवल पांच का नोटिस दिया था, जो संभव नहीं था। ऐसे में कार्रवाई के पूर्व दुकानदारों ने समस्या को लेकर सांसद श्यामकुमार बर्वे, विधायक व राज्यमंत्री आशीष जयस्वाल, जिलाधिकारी विपिन इटनकर, नप मुख्याधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों को निवेदन देकर नोटिस को रद्द करने तथा स्थाई जगह उपलब्ध कराने की मांग की थी। किंतु इन जनप्रतिनिधियों ने भी दुकानदारों की समस्या से नजरअंदाज किया। दुकानदारों के पुनर्वास के लिए सरकार क्या करेगी? बेरोजगारों को नया रोजगार कौन देगा? जैसे सवाल अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान नागरिकों द्वारा उठाए जा रहे थे।